सर्वर की गड़बड़ी में डूबी राशन की उम्मीद
पांच दिन चली हड़ताल के बाद मंगलवार को राशन की दुकानें खुली तो उपभोक्ताओं की भीड़ लग गई। लेकिन सर्वर के काम न करने के चलते राशन वितरण नहीं हो सका। घंटोंइंतजार के बाद लोग निराश होकर लौट गए।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: पांच दिन चली हड़ताल के बाद मंगलवार को राशन की दुकानें खुली जरूर, लेकिन शहरी क्षेत्र के गरीबों को राशन नहीं मिल सका। कई घंटे इंतजार करने के बाद भी सर्वर न आने से मशीनें चालू नहीं हो सकी। ऐसे में उपभोक्ताओं को निराश होकर लौटना पड़ गया। शाम को सर्वर काम करने पर कुछ दुकानों पर राशन बंटा।
राशन घोटाले में जिले के 12 राशन विक्रेताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज होने के बाद डीलर लामबंद हो गए थे। उन्होंने पुलिस कार्रवाई रोकने एवं कमीशन में बढ़ोत्तरी समेत छह मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी थी। जिले में हर महीने पांच तारीख से शुरू होने वाला राशन वितरण भी शुरू नहीं हो सका। पांच दिन चली हड़ताल खत्म हुई और मंगलवार को दुकानें खुलीं। जिन घर में चूल्हा सरकारी राशन के खाद्यान्न से सुलगता है, वो सुबह ही थैला लेकर पहुंच गए। शहर की अधिकांश दुकानों पर कार्डधारकों की भीड़ जुट गई। सर्वर न आने के कारण इलेक्ट्रोनिक प्वाइंट ऑफ सेल मशीन ही नहीं चल सकीं। काफी देर तक मशीन चलने का इंतजार करने के बाद डीलरों ने कार्डधारकों को लौटा दिया। गांवों में हुआ वितरण
मंगलवार को गांवों में राशन कार्डधारकों को खाद्यान्न का वितरण हुआ। यहां अभी मशीनें नहीं लगी हैं। राशन मिलने से ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों ने राहत महसूस की। अंत्योदय कार्डधारकों को भी राशन मिला। हमने लखनऊ एनआइसी में बात की थी। सर्वर में तकनीकी समस्या के चलते मशीन नहीं चल पाईं। बुधवार से वितरण होगा। मंगलवार को सुबह कुछ देर मशीन से वितरण हुआ था।
-अमित कुमार तिवारी
जिला पूर्ति अधिकारी
आंकड़ों की नजर में राशन
32,521 अंत्योदय कार्डधारक
3,70,926 पात्र गृहस्थी के कार्ड
826 राशन की दुकानें
202 शहरी क्षेत्र में दुकानें