देर रात लीकेज दुरुस्त, फैक्ट्रियों में नहीं लगा काम
सोमवार को राजा का ताल स्थित बंद फैक्ट्री में गैस की पाइप लाइन लीक हेा गई। इससे अफरा-तफरी मच गई। ट्रैफिक रोक कर टीम मरम्मत कार्य में जुटी। देर रात तक लीकेज ठीक किया जा सका। मंगलवार को काम शुरू हुआ, लेकिन तापमान की वजह से कई फैक्ट्रियों में उत्पादन नहीं हो सका।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: राजा का ताल में बंद पड़ी कांच फैक्ट्री में गैस लीक होने के बाद में देर रात तक यहां पर पाइप लाइन को सही करने का काम चलता रहा। शाम से ही गैस सप्लाई बंद होने से प्रभावित कांच कारखानों में मंगलवार को भी काम नहीं लग सका। हालांकि गेल अधिकारियों ने देर रात में गैस सप्लाई को सुचारू कर दिया, लेकिन सुबह तक भट्ठियां तैयार नहीं हो सकीं। कुछ ऑटोमेटिक प्लांट ने तो शाम की पाली में काम लगा दिया, लेकिन उत्पादन की रफ्तार धीमी है।
राजा का ताल स्थित बंद पड़ी कांच फैक्ट्री की पाइप लाइन जेसीबी की खुदाई के दौरान टूट गई थी। पाइप लाइन से गैस निकलने पर यहां अफरा-तफरी मच गई। आसपास की फैक्ट्रियों को भी खाली करा काम बंद करा दिया। गैस रिसाव को रोकने के लिए गेल अधिकारियों ने मून होटल के निकट से गैस सप्लाई को बंद कर दिया था। ऐसे में मून होटल से राजा का ताल तक पड़ने वाली इकाइयों के साथ में औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों की गैस सप्लाई बंद हो गई। गेल की टीम करीब 11 बजे लीकेज को दुरस्त कर सकी। इसके बाद में साढ़े 11 बजे करीब गैस सप्लाई सुचारू की गई, लेकिन इसके बाद भी सुबह औद्योगिक क्षेत्र एवं राजा का ताल पर स्थित कारखानों में काम नहीं लग सका। रात में पांच-छह घंटे सप्लाई बंद रहने से भट्ठियां ठंडी पड़ गई थी। देर रात में आने वाली गैस के बाद में भट्ठियों को तैयार करने का कुछ उद्यमियों ने सुबह तक प्रयास किया, लेकिन काम नहीं लग सका। ऐसे में यहां आए श्रमिक भी वापस लौट गए। हालांकि कुछ ऑटमेटिक प्लांट ने दिन भर की कवायद के बाद शाम को थोड़ा बहुत उत्पादन सुचारू कर दिया, लेकिन अभी उत्पादन की रफ्तार काफी धीमी है। भट्टियां एक बार ठंडी होने के बाद सिस्टम भी गड़बड़ा जाता है, ऐसे में अभी उत्पादन को फिर से ढर्रे पर लौटने में एक-दो दिन का वक्त लग सकता है।