खस्ता हाल सड़कों को चमकाएगी जिला पंचायत
सीडीओ के प्रस्ताव पर अध्यक्ष समेत सदस्यों ने जताई सहमतिबीएसए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के न आने पर जताई नाराजगी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सांसद और विधायक निधि से बनी सड़कों की मरम्मत का अब जिला पंचायत से होगी। शनिवार को जिपं कार्यालय में हुई बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया। पंचायत की संपत्तियों का ब्यौरा भी सार्वजनिक किया जाएगा।
जिला पंचायत के कार्यालय में बोर्ड की बैठक दोपहर 12 बजे अध्यक्ष अमोल यादव की अध्यक्षता में शुरू हुई। इसमें सभी तरह के खर्चे ऑनलाइन करने के लिए चार कंप्यूटर खरीदने सहित कई प्रस्तावों को स्वीकृति मिली। इस दौरान कई सदस्यों ने पूर्व में दिए गए प्रस्तावों पर कोई कार्रवाई न होने की शिकायत भी की। बृजेश उपाध्याय ने कहा कि न तो अभी तक सभागार में माइक सिस्टम लगा और न जिला मुख्यालय पर जिला पंचायत का गेट बनाया गया। सदस्य राकेश शंखवार ने नारखी में पेयजल संकट होने और कोटला में टंकी के गिरासू होने पर चिता जताई।
इस पर सीडीओ ने संबंधित अधिकारियों से मौके पर ही जवाब तलब किया और 23 नवंबर तक समस्याओं के समाधान का अल्टीमेटम दिया। जिला पंचायत की 30 दुकानों का किराया बाजार रेट के अनुसार करने और पंचायत की संपत्ति का ब्यौरा सभी सदस्यों को देने का प्रस्ताव भी पास हुआ। अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि जिन सदस्यों के क्षेत्रों में काम नहीं हो पाए हैं, उनके यहां प्राथमिकता से कार्य होंगे। बैठक में एआरटीओ पीके सिंह को सीडीओ ने फटकार लगाई। विधायक सिरसागंज हरिओम यादव, जिपं सदस्य मीरा यादव, मातादीन धनगर, डीडीओ अरविन्द चन्द्र जैन, उप निदेशक कृषि हंसराज एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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सदस्यों ने मांगे अधिकारियों नंबर:
बैठक में अधिकांश सदस्य अधिकारियों के टालमटोल रवैये से नाराज दिखे। इस पर सीडीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लटकाने वाली नहीं काम करने वाले जवाब दिया करें। अधिशासी अधिकारी सिचाई ने माइनर की सफाई के लिए एक सप्ताह का समय मांगा तो सीडीओ ने कहा कि एक सप्ताह नहीं तारीख बताई। सदस्यों ने अधिकारियों के फोन नंबर भी उपलब्ध कराने को कहा। सीडीओ ने सहमति जताई। तभी एक सदस्य ने कहा कि अधिकारियों को फोन उठाने के निर्देश भी दे दें। इस पर सदर में हंसी का ठहाका गूंज पड़ा।