विधानसभा में गूंजेगा लापता जेनरेटर का मुद्दा
पालिका कार्यकाल में नलकूपों पर लगे जेनरेटरो के गायब होने के मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया। इस मामले में पूर्व पालिकाध्यक्ष एवं सदर विधायक गंभीर हो गए हैं। उन्होंने इस प्रकरण को विधानसभा में उठाने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: पालिका कार्यकाल में नलकूपों पर लगे जेनरेटरो के गायब होने के मामला अब विधानसभा में गूंजेगा। इस मामले के सुर्खियों में आने से जलकल अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई है। वे अब कागजी आंकड़े पूरे करने में जुट गए हैं।
नगर पालिका कार्यकाल में 2007 से 2010 के बीच में शहर के सभी नलकूपों पर जेनरेटर लगवाए गए थे। सौ से ज्यादा जेनरेटर की खरीद हुई थी। इनमें दो दर्जन 75 से 125 केवीए के, तो बाकी 25 केवीए के थे। कई जगह पर दो-दो जेनरेटर थे, लेकिन निगम के बनने के बाद ये जेनरेटर गायब हो गए।
इस खेल का पर्दाफाश रविवार के अंक में दैनिक जागरण ने किया तो कइयों की नींद उड़ गई हैं। नगर पालिकाध्यक्ष रहते हुए जनरेटर रखवाने वाले नगर विधायक मनीष असीजा ने इसे गंभीरता से लिया है। जागरण की खबर के आधार पर अब वह भी इस पूरे मामले को विधानसभा में उठाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह पूरे दस्तावेजों के साथ इस मामले को प्रमुखता से विधानसभा में रखेंगे। टैंकर में भी चल रहा है बड़ा खेल: मामला सिर्फ जेनरेटर का नहीं है। निगम में टैंकर के नाम पर भी बड़ा गोलमाल चल रहा है। कागजों में निगम के पास 30-32 टैंकर हैं, लेकिन हकीकत में सिर्फ 10 से 12 टैंकरो से ही जलापूर्ति हो रही है। शेष टैंकरों को अधिकारियों की मिलीभगत से निगम के ठेकेदार प्रयोग कर रहे हैं।