पीसीएस जे में ननद- भाभी ने पाई सफलता
पीसीएस जे प्रधानाचार्य एवं अधिवक्ता के पुत्र ने भी लहराया परचम परिजनों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जताई खुशी
फीरोजाबाद, जेएनएन: पीसीएस जे 2018 का परीक्षा परिणाम शनिवार को घोषित हुआ था। जिसमें सुहागनगरी के सेवानिवृत्त जज की पुत्र वधू एवं भतीजी सहित चार ने सफलता पाकर परिजनों एवं जनपद का नाम रोशन किया है। उन्होंने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।
नगला दखल निवासी विजेंद्र सिंह बघेल जिला जज पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके पुत्र शैलेंद्र बघेल हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। जबकि शैलेंद्र की पत्नी मोनिका हाईकोर्ट में एपीओ के पद पर तैनात हैं। मोनिका पीसीएस जे की तैयारी कर रही थीं। वहीं विजेंद्र सिंह के छोटे भाई जगदीश सिंह बघेल की पुत्री संध्या बघेल अलीगढ़ यूनीवर्सिटी से बीएएलएलबी करने के बाद दिल्ली में रहकर पीसीएस जे की तैयारी कर रही थीं। संध्या ने 117 वीं रैंक एवं मोनिका ने 417वीं रैंक पाकर जज बनने के सपने को साकार कर लिया। संध्या और मोनिका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया है।
वहीं शिकोहाबाद के उरावर बलारपुर में तैनात प्रधानाचार्य धर्मवीर सिंह यादव के पुत्र विवेक यादव ने पीसीएस जे में 447वीं रैंक पाकर सफलता हासिल की है। उन्होंने ग्रेटर नोएडा के लॉ असिस्टेंट एंड गवर्नर गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि जज बनने की प्रेरणा पिता से मिली और मां अनुराधा यादव ने पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। वहीं जसराना के झपारा निवासी अधिवक्ता एवं बार एसोसिएशन अध्यक्ष ओमकार सिंह के पुत्र सिद्धांत यादव ने 293वीं रैंक हासिल की है। जबकि उनकी मां कमला यादव ब्लॉक प्रमुख हैं। सिद्धांत ने फोन पर बताया कि उनकी सफलता में पिता का बहुत बड़ा योगदान है। कड़ी मेहनत और अनुशासन के आधार पर सफलता मिली है।