मैं बेटी हूं, क्या इसीलिए छोड़ गई तू मां
टूंडला में एटीएम के पास कपड़े में एक बच्ची लिपटी मिली। ऑटो ड्राइवर ने उसे पुलिस के पास ले गया। इस बच्ची को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया है। इसे कौन फेंक गया, यह पता लगाया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, टूंडला: जिस वक्त सब सो रहे थे उस वक्त तू जागी थी मां। मुझे भी जगाया, मगर मैं कुछ समझ नहीं पाई। हां कच्ची नींद में जगाया तो रोई जरुर थी, लेकिन तेरे आंचल से लिपटने के बाद सब कुछ भूल गई। तेरे दुलार से मैं निहाल हो गई। शायद इसीलिए तेरे इरादे नहीं समझ पाई। तेज कदमों से चलते हुए अचानक तूने मुझे अपने से दूर कर जमीन पर रख दिया। तुझसे दूर होते ही मैं तड़प उठ, जोर से रोने लगी, मगर तब तक तू पलट चुकी थी मां। दो दिन पहले ही तो तेरी कोख से जन्म ले दुनिया देखी। तेरे दुलार के सपने संजोए। फिर भी तूने मुझे छोड़ दिया? क्या सिर्फ इसलिए कि मैं बेटी हूं..। मेरे जीवन की डोर तो ऊपर वाले के हाथ में है। तूने छोड़ा तो कुछ और मेरे सहारा बन गए, मगर मैं तुझे नहीं भुला पाऊंगी, मेरे बिना तुझको भी चैन नहीं मिलेगा।
कुछ ऐसा ही सोच कर रोई होगी वह नवजात, जिसने दो दिन पहले ही जन्म लिया था। मंगलवार की तड़के उसकी मां कपड़ों में लपेटकर लावारिस हालत में उसे छोड़ गई। सुबह चार बजे जैन मंदिर के पास रहने वाले ऑटो चालक सोनू पुत्र महेंद्र को सुभाष चौराहा स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम के पास से किसी बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने पास जाकर देखा तो एक मासूम बच्ची जोर-जोर से रो रही थी। तौलिया में लिपटी बुरी तरह बिलख रही थी। आसपास कोई नहीं दिखा तो माजरा समझ में आ गया। इसके बाद उसने नवजात को उठाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को ऑटो चालक के साथ ही उसके घर भेजकर चाइल्ड लाइन को सूचना दे दी। दोपहर बाद तक पुलिस ने बच्ची के माता-पिता की काफी खोजबीन की, लेकिन जानकारी नहीं हो सकी। इसके बाद पुलिस ने फीरोजाबाद स्थित चाइल्ड लाइन के कार्यालय पर बच्ची को भिजवा दिया। चाइल्ड लाइन के कॉर्डिनेटर डॉ. जफर आलम ने बताया कि बच्ची को आगरा शिशु सदन भिजवा दिया है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सीओ संजय वर्मा का कहना है था कि बच्ची के माता-पिता की जानकारी की जा रही है।
- केशवी बनी नवजात
नवजात बेनाम बच्ची को देखने वाले उसकी मां को कोस रहे थे। वहीं कुछ लोगों ने उसे लेने की इच्छा भी जताई। डॉ. जफर आलम ने बताया कि संस्था के सभी लोगों ने खूबसूरत मासूम का नामकरण करते हुए खुशियां मनाई। मासूम को केशवी नाम दिया है।