सूबे में लागू होगा गोवंश आश्रय स्थल को फीरोजाबाद मॉडल
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। बगैर बजट के ही गोवंश आश्रय स्थल बनाने की फीरोजाबाद की पहल का मॉडल पूरे सूबे में लागू किया जाएगा। यहां ग्रामीणों की समिति बनाई जाएगी, जो चारे की व्यवस्था करेगी। वहीं लोग इसके लिए दान भी कर सकेंगे। शुक्रवार को इसका शुभारंभ पशु धन मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने किया।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बगैर बजट के ही गोवंश आश्रय स्थल बनाने की फीरोजाबाद की पहल अब सूबे के हर जिले में नजर आएगी। पशुधन मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने इसे 'फीरोजाबाद मॉडल' नाम देते हुए इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की बात कही है। उन्होंने शुक्रवार को इस आश्रय स्थल का उद्घाटन किया।
योगी सरकार ने प्रदेश भर में गोशालाएं बनवाने की योजना लागू की थी। फीरोजाबाद प्रशासन ने मुख्यालय से करीब डेढ़ किमी दूर संदलपुर में 6.3 हेक्टेयर जमीन चिन्हित की। मनरेगा से निर्माण कराया जबकि अन्य व्यवस्थाओं के लिए डीएम नेहा शर्मा ने क्रिटिकल गैप (विशेष कोष) से धनराशि उपलब्ध कराई। उद्घाटन करते हुए पशुपालन मंत्री प्रो. एसपी ¨सह बघेल ने कहा कि उपलब्ध संसाधनों में राजकीय कोषागार पर बिना कोई अतिरिक्त बोझ डाले इस आश्रयस्थल की स्थापना कराना डीएम नेहा शर्मा और सीडीओ नेहा जैन की सकारात्मक सोच का परिणाम है। सभी जिलों में मनरेगा का मद, ग्राम सभा व चारागाह की भूमि है। आवारा पशुओं की समस्या भी लगभग सभी जगह है। इस मॉडल पर फीरोजाबाद अग्रणी रहा।
डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि यह आश्रय स्थल आसपास के क्षेत्र में आवारा पशुओं से होने वाली बड़ी समस्या का हल होगा। समारोह में सीडीओ नेहा जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष मानवेन्द्र ¨सह लोधी, हनुमंत बघेल, सीवीओ डॉ प्रभंजन शुक्ला आदि मौजूद रहे। प्रबंध समिति करेगी देखरेख:: ग्राम प्रधान की अध्यक्षता वाली समिति संचालन करेगी। इसके अलावा आश्रय स्थल के तालाब में मछली पालन, बांस की बाड़, वर्मी कम्पोस्ट के जरिए आमदनी होगी। ये हुआ निर्माण
- कैटल शेड: 100 पशुओं की क्षमता। 50 पशु हैं।
-चारा बैंक बनाया गया है।
-पशुओं के लिए पानी की हौद
-वर्मी कंपोस्ट चैंबर