अफवाहों पर बोलीं मेयर, नहीं हटाए जाएंगे नलकूप ऑपरेटर
-ननि से होता है 67 लाख का मासिक भुगतान बांटे जा रहे केवल 36 लाख -ईपीएफ और ईएसआइ की भी होगी जांच रोका जाएगा कर्मचारियों का शोषण
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: नगर निगम द्वारा नलकूप ऑपरेटर ठेका कंपनी के खिलाफ एक्शन का मामला गरमा गया है। भुगतान पर रोक के आदेश के अगले दिन ऑपरेटरों की यूनियन बन गई और चर्चित पार्षद अध्यक्ष घोषित हो गए। ऑपरेटरों को हटाने की अफवाहों का बाजार गरमाने के बाद मेयर नूतन राठौर मीडिया के सामने आई।
सोमवार शाम चार बजे कैंप कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता में मेयर ने कहा कि नलकूप ऑपरेटरों को हटाने का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। किसी को नहीं हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे इसका भरोसा दिलाती है। ठेकेदार द्वारा अनुचित कारण दर्शाकर कर्मचारियों के मानदेय से कटौती की जा रही है। नगर निगम द्वारा पंप चालकों के मानदेय के रूप में हर माह 67 लाख रुपए भुगतान किया जा रहा है, जबकि ठेकेदार द्वारा 36 लाख का भुगतान किया जा है। हर माह 30 लाख की धनराशि बचती है, आखिर वह कहां जाती है, इसका कहां प्रयोग होता है, इसकी भी जांच होगी। हमारी मंशा कर्मचारियों के शोषण पर अंकुश लगाना है। उन्होंने बताया कि कर्मचारी हित में ईपीएफ व ईएसआइ की जांच भी होगी।
-डीएम व नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंप जताया विरोध
नलकूप ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष पार्षद मुनेंद्र यादव के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट और नगर निगम पहुंचकर वेतन जारी कराए जाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी पूरी मेहनत से दिन-रात काम कर रहे हैं। कर्मचारियों को जल्द भुगतान न किया तो संघ आंदोलन को बाध्य होगा। मौके पर यतेंद्र यादव, नंदू ठाकुर, कृष्णवीर सिंह मौजूद रहे।