फर्नीचर घोटाले में ठेकेदार से होगी 85 लाख की रिकवरी
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। परिषदीय स्कूलों में हुए फर्नीचर घोटाले में अब ठेकेदार से 85 लाख रुपये की वसूली की जाएगी। सीडीओ द्वारा गोद लिए स्कूल में ठेकेदार को 1.67 करोड रुपये का फर्नीचर ठेका दिया गया था। लगाए गए सामान में लोहा कम और बोर्ड घटिया क्वालिटी का लगाया था। निरीक्षण में पोल खुलने के बाद कराई गई जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: परिषदीय स्कूलों में हुए फर्नीचर घोटाले में अब ठेकेदार से 85 लाख रुपये वसूलने की तैयारी है। सीडीओ के निर्देश के बाद बीएसए ने नोटिस जारी कर दिया है। वहीं ठेकेदार ने अधिकारियों की गणेश परिक्रमा शुरू कर दी है।
जिले के 110 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर की आपूर्ति के लिए अप्रैल 2018 में बेसिक शिक्षा विभाग ने टेंडर निकाले थे। ठेका शहर के डाकखाना चौराहा स्थित गो¨वदा फर्नीचर को मिला। कुछ माह पूर्व सभी स्कूलों में फर्नीचर की आपूर्ति भी हो गई। मानक के अनुसार बैंच में 46.62 किग्रा का लोहे का एंगल और 19 एमएम का बोर्ड लगना था। ठेकेदार ने 10-11 किलो की एंगल और घटिया गुणवत्ता का बोर्ड लगाया। इसके बाद भी विभाग ने भुगतान कर दिया। घोटाले का पर्दाफाश दो जनवरी को तब हुआ जब सीडीओ नेहा जैन गोद लिए स्कूल मोहनीपुर में निरीक्षण करने गईं। उन्होंने तौल कराई तो एंगल का वजन 11.62 किग्रा कम निकला। इसके बाद सीडीओ ने बीएसए को निर्देश दिए कि फर्म को काली सूची में डालकर वसूली की जाए। इसके बाद बीएसए ने रिकवरी नोटिस जारी किया है।
अफसरों से मजबूत है से¨टग: सूत्रों की मानें तो फर्म गो¨वदा फर्नीचर सरकारी सप्लाई का काम करती है। अधिकारियों से सेटिंग के कारण ठेकेदार पहले भी कई बार जांच से बच निकला है। इस बार भी कोशिशें शुरू कर दी गई हैं।
बेंच की आपूर्ति करने वाली फर्म:गो¨वदा फर्नीचर से 85 लाख रुपये की रिकवरी होगी। इस संबंध में बीएसए ने नोटिस जारी कर दिया है।
नेहा जैन, सीडीओ