फीरोजाबाद से था पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी का रास्ते का नाता
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। भाजपा के शिखर पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का फीरोजाबाद से रास्ते का नाता है। वह जब भी अपने गांव बटेश्वर जाते समय फीरोजाबाद के परिचितों से मिलते थे।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: भाजपा के शिखर पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का फीरोजाबाद से रास्ते का गहरा नाता था। शिकोहाबाद से लेकर गांव तक तांगे के सफर को वह बड़े रोचक अंदाज में सुनाते थे। यह सफर कई सालों तक उनकी यादों में बसा रहा। उनके नजदीक रही दूसरी पीढ़ी अभी भी उनके संस्मरण याद करती है।
स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक गांव आगरा जिले का बटेश्वर शिकोहाबाद से महज 26 किमी दूर है। आगरा से उसकी दूरी लगभग 80 किमी है। लखनऊ और दिल्ली से ट्रेन के जरिए जब भी वे आते तो शिकोहाबाद रेलवे स्टेशन पर उतरते थे। उन दिनों यहां से बटेश्वर के लिए तांगा चलते थे। एक जनसभा में उन्होंने तांगा चालकों के अंदाज में घाट बटेश्वर-घाट बटेश्वर की आवाज लगाकर अपने रास्ते के नाते को बताया था।
वर्ष 1982 में जाटव समाज में हुए सामूहिक हत्याकांड को लेकर दिहुली से साढूपुर तक की पदयात्रा को अभी भी लोग याद करते हैं। वर्ष 1978 में विदेश मंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने रामनगर में आंबेडकर की प्रतिमा का लोकार्पण किया था। इसके अलावा शिकोहाबाद की रामलीला मैदान की रैली भी लोगों को अब भी याद है।
-- यादों में हमेशा ¨जदा रहेंगे अटल..
पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के संपर्क में रहे लोग अभी भी उन्हें याद करते हैं। भाजपा नेता सुमन प्रकाश मिश्रा, नवीन प्रकाश उपाध्याय, धर्मेंद्र शर्मा, हरिओम आचार्य महेंद्र बंसल आदि उनके संपर्क में रहे। अटलजी की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग फीरोजाबाद से गए थे।