आखिर ¨जदगी की जंग हार गई नंदनी
फीरोजाबाद: आंधी में मरने वालों की संख्या हुई चार, लेंटर का जाल गिरने से हुई थी घायल। उपचार के दौरान देर रात बिगड़ी तबियत, हादसे से गांव में गमगीन माहौल।
जागरण संवादाता, फीरोजाबाद: शनिवार को आई आंधी में घायल नंदनी ने भी 16 घंटे बाद दम तोड़ दिया। सुबह करीब नौ बजे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। नंदनी की मां और दो बिजली मिस्त्री की मौत शुक्रवार को ही हो गई थी। इसके साथ मरने वालों की संख्या चार हो गई। हादसे के बाद चनौरा में मातम का माहौल है।
फरिहा थाना क्षेत्र के मूल रूप से नगला नोजल के रहने वाले सौदान ¨सह दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। वह रामगढ़ थाना क्षेत्र के कुतुकपुर चनौरा में जमीन लेकर मकान बनवा रहे थे। शनिवार को लेंटर डालने के लिए जाल बिछाया था। तेज आंधी में जाल उड़ा तो छत पर मौजूद सौदान की पत्नी सोनकली (40), 10 वर्षीय बेटी नंदनी, बिजली मिस्त्री टापा खुर्द निवासी विनोद कुमार (36) पुत्र गंगा ¨सह और महावीर (45) पुत्र मिश्रीलाल छत भी नीचे आ गिरे। जाल के नीचे दबने से सोनकली, विनोद व महावीर की मौत हो गई, तो नंदनी घायल हो गई थी। नंदनी को बचाने के लिए प्रशासन ने पूरा प्रयास किया, तो विधायक की पहल पर प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर में हर सुविधा निश्शुल्क कर दी गई। नगर विधायक मनीष असीजा खुद रात 12 बजे तक ट्रॉमा सेंटर में रहे, लेकिन सुबह करीब नौ बजे नंदिनी भी ¨जदगी की जंग हार गई। आंधी से हुए हादसे में चौथी मौत की खबर मिलने पर प्रशासनिक अफसर ट्रॉमा सेंटर में पहुंच गए।
विधायक ने खुद खड़े होकर कराया उपचार-
हादसे के कुछ देर बाद ही ट्रॉमा सेंटर पहुंचे विधायक मनीष असीजा ने खुद खड़े होकर गंभीर रूप से घायल नंदनी का इलाज कराया। रात में तबियत बिगड़ने की सूचना पर विधायक घर से पहुंचे। सुबह मौत की सूचना के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। विधायक ने बताया कि राहत आयुक्त की ओर से जल्द ही मदद पहुंचाई जाएगी।
अब तक दस लोगों की हो चुकी है मौत
सात अप्रैल से शुरू हुई आंधी जिले में भारी तबाही मचा चुकी हैं। करोड़ों के नुकसान के साथ अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है। पहली बार सात अप्रैल को आई आंधी में चार लोगों की मौत हुई थी। फिर नौ मई को आंधी में शहर और सिरसागंज में दो की मौत हुई। इन हादसों में सरकार की ओर से मुआवजा दिया जा चुका है। शनिवार को आए हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा अब तक सौ पशुओं की मौत आंधी के कारण हुई।