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पीट-पीटकर मार डाला किसान

फरिहा में धान की रोपाई कर रहे किसान 55 वर्षीय छत्रपाल की पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के पीछे जमीनी रंजिश का मामला सामने आया है। दत्तक पुत्र के नाम जमीन करने के बाद से परिवार के लोग रंजिश मानने लगे थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Jul 2018 05:09 PM (IST)Updated: Sun, 15 Jul 2018 11:41 PM (IST)
पीट-पीटकर मार डाला किसान
पीट-पीटकर मार डाला किसान

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: खेत में धान रोपने गए किसान को जमीन के विवाद में उसके सगे भाई और भतीजों ने पीट-पीटकर मार डाला। बचाने आए दत्तक पुत्र और दूसरे भतीजे पर गोलियां बरसाते हुए हमलावर भाग निकले। दोनों ने भागकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलने पर सीओ जसराना सहित एसओ जिला अस्पताल पहुंच गए। परिजनों से जानकारी कर पुलिस ने गांव में दबिश दी, लेकिन हत्यारोपित घरों में ताला डालकर फरार हो गए।

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घटना थाना फरिहा के नगला रंजीत की है। 55 वर्षीय छत्रपाल ¨सह पुत्र लाखन ¨सह का अपने सगे भाई राजपाल से 14 बीघा जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा है। रविवार दोपहर करीब दो बजे छत्रपाल ¨सह मजदूरों के साथ खेत में धान की रोपाई कर रहे थे। परिजनों ने बताया, राजपाल के पशु छत्रपाल के खेत में घुस गए, जिन्हें बाहर निकाल दिया। इस पर राजपाल और उसका पुत्र अखिलेश, केशव, रामगोपाल वहां पहुंच गए और विवाद करने लगे। छत्रपाल को घेर लिया और लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। मजदूर बचाने आए तो उन्हें खदेड़ दिया। सूचना मिलने पर छत्रपाल का दत्तक पुत्र भानुप्रताप और भाई साहब ¨सह का बेटा नवीन वहां पहुंचे। आरोप है कि राजपाल के पुत्रों ने उन पर तमंचे से फाय¨रग शुरू कर दी। इस पर दोनों ने भागकर जान बचाई। घटना की सूचना पर परिजन एवं ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो आरोपित भाग गए। भानुप्रताप और उसकी पत्नी रेनू देवी छत्रपाल को जिला अस्पताल लाए, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बारे में जानकारी मिलने पर सीओ जसराना प्रेमप्रकाश यादव और एसओ सर्वेश कुमार भी अस्पताल आए और घटना की जानकारी ली। सीओ का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

पुत्रवधु ने पहले ही जताई थी हत्या की आशंका: मृतक की पुत्रवधु रेनू देवी पत्नी भानुप्रताप ने बताया कि राजपाल और उसके तीनों पुत्र आए दिन खेत में पशु चराते थे। उन्हें खेत में फसल करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। दो सप्ताह पूर्व डीएम को शिकायती पत्र देकर मामले से अवगत कराया। जांच कराने का आश्वासन दिया। थाने जाकर भी शिकायत की, मगर मदद नहीं मिली। अगर पुलिस ने मामला गंभीरता से लिया होता जान नहीं जाती।

दत्तक पुत्र के नाम जमीन करने पर बढ़ी रार: छत्रपाल का सगा बेटा सुनील दिव्यांग है। इसलिए उन्होंने भानुप्रताप पुत्र रेवती ¨सह को गोद ले लिया है। उन्होंने अपने हिस्से की जमीन का भानुप्रताप के नाम बैनामा कर दिया था। इसी जमीन को लेकर दोनों भाइयों में विवाद चला आ रहा है।


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