गबन के आरोपित आनंदीपुर करकौली ग्राम प्रधान बर्खास्त
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जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जिला पंचायत द्वारा बनाई गई सड़क को ग्राम पंचायत की दिखाकर आठ लाख के बंदरबांट में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई हुई। ग्राम पंचायत सचिव के निलंबन के बाद अब ग्राम प्रधान को बर्खास्त कर दिया गया है। अब ग्राम पंचायत सचिव पर मुकदमा दर्ज होगा। सीडीओ की जांच में घपला पकड़े जाने के बाद गबन की राशि जमा करवा दी गई थी।
करीब एक साल पहले सीडीओ नेहा जैन सदर ब्लॉक की ग्राम पंचायत आनंदीपुर करकौली का निरीक्षण करने गई थीं। इस दौरान उन्हें वहां जिला पंचायत द्वारा बनाई गई सड़क को ग्राम पंचायत से बना हुआ दिखाने की जानकारी मिली थी। उन्होंने मामले की जांच के लिए टीम गठित की। जांच में सामने आया कि जिला पंचायत की सड़क को ग्राम पंचायत का काम दिखाकर प्रधान और सचिव ने सरकार के खाते से आठ लाख रुपये से अधिक धनराशि निकाल ली। जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रधान और सचिव से आधी आधी धनराशि वसूलने के लिए नोटिस दिए गए। कई नोटिस जारी होने के बाद दोनों ने धनराशि जमा करा दी। इस बीच गबन के आरोप साबित होने पर सचिव को निलंबित कर दिया गया। वहीं प्रधान के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया गया।
जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि आठ लाख से अधिक के घोटाले में प्रधान प्रमोद कुमार को बर्खास्त करते हुए पद से हटा दिया गया है।वहीं सचिव संतोष कुमार यादव के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है। -
-आरईएस के जेई पर भी लटकी तलवार: लाखों के घपले में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग का अवर अभियंता भी शामिल था। किसी भी सरकारी काम का भुगतान जेई द्वारा एमबी (मेजरमेंट बुक) भरने के बाद ही होता है। सवाल ये जब सड़क बनी ही नहीं तो जेई ने एमबी कैसे भर दी। डीपीआरओ ने बताया कि जेई पर कार्रवाई के लिए फाइल डीएम के पास भेजी है।