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मुख्यालय पर गरजे लेखपाल, दिया धरना

प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिला मुख्यालय पर आंदोलन शुरू लेखपालों का एलान मांगें पूरी न होने तक जारी रहेगी हड़ताल

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 11:37 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 06:08 AM (IST)
मुख्यालय पर गरजे लेखपाल, दिया धरना
मुख्यालय पर गरजे लेखपाल, दिया धरना

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के प्रांतीय आह्वान पर जिले में तैनात लेखपालों ने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार से जिला मुख्यालय पर आंदोलन शुरू कर दिया। धरना स्थल पर मौजूद लेखपालों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

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जिले में तैनात लेखपाल आठ सूत्रीय मांगों को लेकर दस दिसंबर से कामबंद हड़ताल पर हैं। विगत तीन दिन से सभी लेखपाल अपनी-अपनी तहसीलों में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर शुक्रवार से जिलास्तरीय आंदोलन शुरू हुआ। जनपद के सभी लेखपाल सुबह दस बजे से जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए, जहां अपनी मांगों को लेकर धरना शुरू किया। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष विनय यादव ने कहा आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपाल चार दिन से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगें पूरी करने को तैयार नहीं है। पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव ने कहा कि सरकार को हमारी जायज मांगें जल्द पूरी करे, अन्यथा आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।

आगरा मंडल खंड मंत्री विजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मी पर अड़ी हुई है। हमारी जायज मांगों को पूरा करने में टालमटोल की जा रही है। लगातार झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं, लेकिन मांगों पूरी करने को कोई कदम नहीं उठाया। संचालन जिला मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने किया। धरने में अविनाश गोस्वामी, अशोक यादव, पीयूष यादव, नीलकमल, शिवांश मोहन, पवन यादव, विवेक यादव, केके कठेरिया, चेतन यादव, शीलेंद्र प्रताप सिंह, अजीत कुमार, प्रियंका मिश्रा, प्रीती सिंह, नरेंद्र प्रताप सिंह, जिला मीडिया प्रभारी संजय सिंह मौजूद रहे।

आंदोलन से सभी तहसीलों में कामकाज ठप:

लेखपालों के आंदोलन के चलते चार दिनों से तहसीलों में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। लोगों को आय, मूल, निवास प्रमाण पत्र के सैकड़ों आवेदन लंबित हो गए हैं। प्रमाण पत्र पाने के लिए आवेदक तहसीलों में भटक रहे हैं, लेकिन हड़ताल के चलते उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।


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