डीएम ने ब्लॉकों से मांगा हिसाब
फीरोजाबाद: पिछले साल कराए कार्यो का लेखाजोखा देना होगा। डीपीआरओ ने खंड विकास अधिकारियों को भेजा पत्र।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शासन से मिली लाखों रुपये की धनराशि मनमाने तरीके से खर्च करने वाले ब्लॉक प्रमुख और खंड विकास अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। डीएम ने पिछले वित्तीय वर्ष में हुए खर्चों का हिसाब सभी ब्लॉकों से मांग लिया है। जिला पंचायत राज अधिकारी ने इस संबंध में सभी खंड विकास अधिकारियों को पत्र भेजा है।
क्षेत्र पंचायतों को विकास कार्य कराने के लिए चतुर्थ राज्य वित्त आयोग से लाखों रुपये की धनराशि हर साल दी जाती है। धनराशि पहले से तय कार्ययोजना में शामिल कार्यो पर खर्च की जाती है। कहीं कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए शासन ने नियम बना रखा है कि सभी ब्लॉक कार्ययोजना और उस पर होने वाले खर्चे का ब्योरा भारत सरकार की वेबसाइट (प्रिया सॉफ्ट) में फीड कराएं, लेकिन किसी भी ब्लॉक ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में हुए खर्चे की फी¨डग नहीं कराई है, जबकि साल खत्म हुए ढाई महीने से अधिक का समय गुजर गया है।
इससे नाराज डीएम नेहा शर्मा ने सभी खंड विकास अधिकारियों से पूछा है कि उन्हें बीते साल कितना बजट मिला, कितनी धनराशि मरम्मत पर और कितनी नए कार्यो पर खर्च हुई। उन सभी के एस्टीमेट और उपभोग प्रमाण पत्र भी मांगे हैं। ये भी पूछा है कि सभी कार्य शासन की गाइडलाइन और कार्ययोजना के अनुसार हुए हैं या नहीं। इस संबंध में डीपीआरओ का पत्र जारी होने के बाद ब्लॉकों में खलबली मच गई है।