परिषदीय स्कूलों में अव्यवस्थाओं की चुगली करेगी डायरी
प्रत्येक स्कूल में अलग-अलग कार्यो की बनाई जाएंगी 13 डायरी महानिदेशक ने दिए निर्देश स्कूल खुलते ही लागू होगी व्यवस्था।
संवाद सहयोगी, फीरोजाबाद: परिषदीय स्कूलों में तैनात प्रधानाध्यापक अब अधिकारियों को गुमराह नहीं कर सकेंगे। प्रत्येक स्कूल में 13 डायरी बनानी होगी, जिन पर कंपोजिट ग्रांट के खर्च सहित अन्य कार्यो का विवरण अंकित करना होगा। प्रशासनिक और विभागीय अधिकारी निरीक्षण के दौरान इनका अवलोकन करेंगे, गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सरकार परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और वातावरण को बेहतर बनाने पर जोर दे रही है। अब बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने अलग-अलग कार्यो के लेखा-जोखा का विवरण अंकित करने के लिए 13 डायरी बनाने के निर्देश दिए हैं। बीएसए को भेजे पत्र में कहा है कि प्रवेश पंजिका में छात्र-छात्राओं के नामांकन का संपूर्ण विवरण, अभिभावकों के आधार कार्ड की संख्या, अंतिम कक्षा उत्तीर्ण होने का विवरण, प्रेरणा पोर्टल पर नामांकन की संख्या अंकित करनी है।
एमडीएम पंजिका में छात्र-छात्रा संख्या, मैन्यू, व्यय विवरण, कन्वर्जन कास्ट आदि का विवरण, निश्शुल्क सामग्री पंजिका में छात्र-छात्राओं को बांटी यूनीफार्म, बैग, जूता, मौजा, स्वेटर का विवरण, अभिभावकों के हस्ताक्षर और उनके रिपोर्ट कार्ड का विवरण अंकित करना होगा। स्टाक पंजिका में स्कूल की परिसम्पत्तियों, वस्तुओं, व्यय-निकासी धनराशि, स्कूल में विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त आय एवं व्यय, एमडीएम, बैठकों का विवरण, रसोइया चयन आदि का विवरण अंकित करना होगा। इसके साथ ही अन्य पंजिकाओं पर भी विवरण अंकित करना होगा। बीएसए डा. अरविंद पाठक ने बताया कि अभी स्कूल बंद हैं। स्कूल खुलते ही व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
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इन कार्यो की बनानी होगी डायरी
प्रधानाध्यापकों को शिक्षक डायरी, कार्मिक उपस्थिति पंजिका, प्रवेश, उपस्थिति, एमडीएम, निश्शुल्क सामग्री वितरित, स्टाक, आय-व्यय, बैठक, निरीक्षण, पत्र व्यवहार, बाल गणना, पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका बनानी होगी।