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घनी आबादी में हादसों को न्यौता दे रहे खुले नाले

फीरोजाबादजागरण संवाददाता। आसफाबाद चौराहे के निकट खुले नाले में गिरकर रविवार को छह वर्षीय बालक की मौत हो गई। इस तरह के शहर की घनी आबादी के बीच कई नाले हैं जो हर समय हादसों को न्यौता दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 11:40 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 06:19 AM (IST)
घनी आबादी में हादसों को न्यौता दे रहे खुले नाले
घनी आबादी में हादसों को न्यौता दे रहे खुले नाले

फीरोजाबाद,जागरण संवाददाता। आसफाबाद चौराहे के निकट खुले नाले में गिरकर रविवार को छह वर्षीय बालक की मौत हो गई। इस तरह के शहर की घनी आबादी के बीच कई नाले हैं, जो हर समय हादसों को न्यौता दे रहे हैं।

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नगर निगम सीमा के अंतर्गत बंबा बाइपास, रहना, महादेव नगर, सरक्यूलर रोड सहित अधिकांश ऐसे नाले हैं, जो सालों से खुले पड़े हैं। सिचाई विभाग व नगर निगम द्वारा सालों बाद भी खुले नालों को बंद कराने, रेलिंग लगाने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया। मुहल्ला जोशियान से टीला की ओर जाने वाले नाला भी सालों से खुला पड़ा है, जबकि नाले के दोनों तरफ घनी आबादी है। करीब 200 मीटर की पटरी से हर रोज स्कूली वाहन, रिक्शा, चूड़ी से भरे ठेल, अन्य वाहन गुजरते हैं। नाले के आसपास छोटे बच्चे भी खेलते नजर आते हैं। महादेव नगर से रहना, हिमायूंपुर, सुहागनगर होते हुए झरना नाले तक जाने वाला नाला भी पूरा खुला पड़ा है। यही हाल बंबा बाइपास नाले है। इन सभी नालों की गहराई 10 से 15 फुट तक है। खुले नाले में गिरने से कई वाहन चालक, पैदल राहगीर, बच्चों के गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं। नालों आएदिन आवारा जानवर भी गिरते हैं, जिन्हें बाहर निकालना मुश्किल होता है।

नगर निगम सीमा में यह हैं प्रमुख नाले:

डाकखाना चौराहे से मुहल्ला दुली, सरक्यूलर रोड से नालबंद चौराहा, उर्वशी तिराहा तक नगर निगम का मुख्य नाला है। शहर में शीतल खां रोड, हाजीपुरा आगाशाह मस्जिद, रामगढ़ रोड, आकाशवाणी रोड, हनुमान रोड, शिवाजी मार्ग, बोधाश्रम, साठ फुटा, नगला मिर्जा, क्लब चौराहे से झील की पुलिया तक, झील की पुलिया से महादेव नगर, तहसील रोड, इंद्रपुरी, सत्यनगर, छारबाग तिराहे से स्वर्गाश्रम रोड, छारबाग से फतेहाबाद रोड, पेमेश्वर गेट से मालवीय नगर तक सहित करीब 70 छोटे-बड़े नाले हैं।

जोशियान मुहल्ले का नाला सालों से खुला है। नाले में गिरने से आएदिन पैदल राहगीर व वाहन चालक घायल हो रहे हैं। दो साल पहले एक रिक्शा नाले में गिर गया था,जिसमें एक महिला गंभीर घायल हो गई थी। --सौरभ यादव नाले के ऊपर कई जगह लोहे की रेलिंग लगी हुई थीं। मशीन से नाला सफाई के दौरान कर्मचारी रेलिग उखाड़ कर ले जाते हैं। नाले के ऊपर रेलिग न होने से इस तरह हादसा होने का डर बना रहता है।

--रोहित खुले नाले में आएदिन मोटर साइकिल, साइकिल वाले गिरते रहते हैं। आठ दिन पहले एक बुलेट मोटरसाइकिल सहित युवक नाले में गिर पड़ा था। उसे मुहल्ले वालों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। - -अंकुश नाले के ऊपर रेलिग लगाने के लिए नगर निगम में कई बार लिखित व मौखिक शिकायत कर चुके हैं। हर बार अधिकारी कोरे आश्वासन देकर लौटा देते हैं। नाला खुला होने से आएदिन जानवर गिर जाते हैं।

-नईम


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