श्रम प्रवर्तन अधिकारियों की रिपोर्ट से सहमत नहीं उप श्रमायुक्त
- सहायक श्रमायुक्त कार्यालय पर हुई बैठक में कई बिंदुओं पर हुआ मंथन - जुड़ाई प्रक्रिया का अध्ययन कर
- सहायक श्रमायुक्त कार्यालय पर हुई बैठक में कई बिंदुओं पर हुआ मंथन
- जुड़ाई प्रक्रिया का अध्ययन कर तीन दिन में दोबारा मांगी गई रिपोर्ट जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: चूड़ी जुड़ाई प्रक्रिया से जुड़े मजदूरों के वेतन पुनरीक्षण व अन्य समस्याओं के निदान के लिए गठित कमेटी की शनिवार को लेबर कालोनी स्थित सहायक श्रमायुक्त कार्यालय पर बैठक हुई, जिसमें कमेटी के सदस्यों द्वारा अपने सुझाव रखे।
सुहाग नगरी में चूड़ी जुड़ाई कार्य में चार-पांच लाख मजदूर जुड़े हैं। इनमें से कई लोगों के पूरे परिवार तक इस व्यापार में है और रोजी-रोटी का एकमात्र साधन है।
अब सदर विधायक मनीष असीजा की पहल पर शासन द्वारा जुड़ाई प्रक्रिया में लगने वाले मजदूरों के वेतन पुनरीक्षण के लिए उप श्रमायुक्त आगरा धर्मेद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में सेवायोजक व श्रमिक पक्ष की 12 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। शनिवार को शाम चार बजे उप श्रमायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक हुई। इसमें चूड़ी जुड़ाई प्रक्रिया में श्रमिकों को देय मात्रानुपाती दरों पर श्रम प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा किए अध्ययन की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उक्त रिपोर्ट पर उपश्रमायुक्त ने असहमति जताई। उन्होंने रिपोर्ट को ठीक नहीं बताया और फिर से श्रम प्रवर्तन अधिकारियों ने तीन दिन में दोबारा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सेवायोजक व श्रमिक पक्ष भी अपनी ओर से रिपोर्ट देगा कि जुड़ाई प्रक्रिया में एक आदमी को कितनी मजदूरी मिलनी चाहिए।
बैठक में सहायक श्रमायुक्त अरुण कुमार सिंह, सेवायोजक पक्ष सिंडीकेट के डायरेक्टर हनुमान प्रसाद गर्ग, अनिल जैन पिंकी, राकेश अग्रवाल व श्रमिक पक्ष से राधा शंखवार, सोमेश गोस्वामी, अजय कुमार, सुरेश चंद्र सुमन शामिल रहे।