अब डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा
चार दिन पहले हुई बरसात से शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। निकासी न होने से क्षेत्र में मच्छर पनपने लगे हैं, जिससे डेंगू और मलेरिया बीमारी के फैलने का खतरा बढ़ गया है। क्षेत्रीय लोगों ने समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : बरसात चार दिन पहले हुई थी, लेकिन शहर के निचले इलाकों और हाईवे किनारे सर्विस लेन पर जलभराव और गंदगी की समस्या अब भी है। ऐसे में डायरिया के साथ ही अब मलेरिया और डेंगू बीमारी के फैलने का खतरा पैदा हो गया है। जिला अस्पताल में खून की जांच में मलेरिया के रोगी मिलने लगे हैं।
बरसात शुक्रवार रात में हुई थी, लेकिन शहर के अनेक इलाकों में जलभराव और गंदगी की समस्या अब भी है। उर्दू नगर और नई आबादी क्षेत्र की गलियों में पानी भरा हुआ है। दीदामई रोड पर तो करीब डेढ़ महीने से लगातार पानी भरा है। बरसात का पानी यहां पर एकत्रित होता ही है, आसपास के मोहल्लों का पानी भी जमा होता है। इसी तरह हाईवे किनारे सर्विस लेन पर धूलपुरा रोड और अमित रिसोर्ट के सामने कई स्थान पर पानी भरा हुआ है। इस कारण सर्विस लेन से दूरी तय करने वाली जनता को दिक्कत हो ही रही है, मच्छरों के लार्वा भी पैदा हो रहे हैं। इस कारण मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि इन दिनों वायरल बुखार का मौसम चल रहा है, लेकिन बुखार रोगियों के खून की जांच में मलेरिया के एक-दो रोगी मिलने लगे हैं। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग भी बीमारी से निपटने की तैयारी में जुट गया है। सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों को वायरल बुखार के रोगियों की खून की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ ने बताया कि दवाओं की कमी नहीं है।
जिला अस्पताल की नालियां भी लबालब : जिला अस्पताल की नालियां भी सिल्ट और पानी से लबालब हैं। बारिश होने पर हाईवे का पानी भी इस अस्पताल के परिसर में भर जाता है। इस कारण अस्पताल परिसर की नालियां भी कई दिन तक भरी रहती हैं। अस्पताल प्रशासन ने इस समस्या का निराकरण कराने के लिए नगर निगम को कई बार लिखा, लेकिन निगम प्रशासन कार्रवाई करने के बजाय खामोश है। नालियां भरी रहने से यहां भी लार्वा पनप रहे हैं।