कबाड़ी बनकर काम करता था कोरोना संक्रमित गैंगस्टर
फीरोजाबाद जासं दीनदयाल आश्रम पद्धति विद्यालय में बने एल-वन श्रेणी के कोविड अस्पताल से फरार गैंगस्टर शहर में ही दो दिन तक कबाड़ी बनकर काम करता रहा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। कभी बस तो कभी बाजार में घूमा और ग्वालियर से लौटते में सोमवार शाम वह नगला श्रोती विद्युत सब स्टेशन के पास 13 दिन बाद हत्थे चढ़ गया। पकड़े जाने के बाद उसकी कोरोना जांच निगेटिव आई है।
फीरोजाबाद, जासं: दीनदयाल आश्रम पद्धति विद्यालय में बने एल-वन श्रेणी के कोविड अस्पताल से फरार गैंगस्टर शहर में ही दो दिन तक कबाड़ी बनकर काम करता रहा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। कभी बस तो कभी बाजार में घूमा और ग्वालियर से लौटते में सोमवार शाम वह नगला श्रोती विद्युत सब स्टेशन के पास 13 दिन बाद हत्थे चढ़ गया। पकड़े जाने के बाद उसकी कोरोना जांच निगेटिव आई है।
शिकोहाबाद के कटरा मीरा निवासी आनंद उर्फ फिरोज के खिलाफ मटसेना व शिकोहाबाद में चोरी व गैंगस्टर समेत आठ मुकदमे हैं। आगरा के मामलों में छूटने के बाद तीन सितंबर को उसे फीरोजाबाद जेल भेजा गया। यहां पॉजिटिव आने के बाद उसे एल-1 हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया। आठ सितंबर की रात वह अस्पताल से फरार हो गया। एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने बताया कि आनंद को चरस और तमंचे के साथ गिरफ्तार किया गया। जांच में वह निगेटिव पाया गया है।
- फरार होने के बाद गया था मक्खनपुर गया
आनंद ने बताया कि फरार होने के बाद वह मक्खनपुर में चौराहे के पास स्थित भाई के घर गया। वहां से अगले दिन थाना रामगढ़ के रैपुरा पहुंचा। पास में रुपये नहीं होने के कारण उसने दो दिन रैपुरा क्षेत्र में कबाड़ी का काम किया। इस दौरान चार सौ रुपये होने के बाद वह ओरैया होते हुए ग्वालियर मामा के घर चला गया। वहां से लौटते में वह पकड़ा गया।