आलू की फसल बर्बाद होने के सदमे में किसान पेड़ से लटका
- दस बीघा फसल में 80 बोरी आलू की पैदा होने से तनाव में थे - बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र के शंकरपुर में भी महिला ने की खुदकशी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: आलू की फसल बर्बाद होने के सदमे में नारखी क्षेत्र के गांव नगला अखई निवासी किसान शनिवार सुबह गांव के बाहर पेड़ से लटक कर खुदकशी कर ली। परिवार वालों ने बताया कि पैदावार कम होने से वह कई दिन से तनावग्रस्त थे। बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र के शंकरपुर निवासी महिला ने भी गांव के बाहर पेड़ से लटककर जान दी।
नगला अखई निवासी लगभग 40 वर्षीय उमेश कुमार यादव खेती करते थे। उनके बड़े भाई और कलेक्ट्रेट में वाहन चालक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि उमेश ने दस बीघा खेत में आलू की फसल की थी, तीन दिन पहले आलू की खोदाई हुई थी। इसमें सिर्फ 80 बोरी आलू की ही पैदावार हुई थी। कम आलू पैदा होने से वह परेशान थे। राजेश्वर ने बताया कि सुबह पांच बजे वह खेत में शौच गए थे। इस बीच उन्होंने गांव के बाहर नीम के पेड़ से लटककर जान दे दी। कुछ ग्रामीणों से उमेश के पेड़ से लटकने की जानकारी पाकर उनके परिवार में कोहराम मच गया। पांच भाइयों में चौथे नंबर के उमेश दो लड़कों के पिता थे।
एक अन्य मामला थाना बसई मोहम्मदपुर क्षेत्र के गांव शंकरपुर का है। इंस्पेक्टर बसई मोहम्मदपुर सर्वेश कुमार ने बताया कि 50 वर्षीय कंठश्री पत्नी गया प्रसाद का शव भी सुबह गांव के बाहर पेड़ से लटका मिला। कुछ ग्रामीणों से सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक परिवार वालों ने शव को उतार लिया था। पुलिस को शव उसके घर के बाहर मिला। महिला के परिवार के लोग शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे, पुलिस के समझाने पर वे पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार हुए। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले में तहरीर नहीं मिली है।