हिम्मतपुर में टूटने लगी 'हिम्मत'
संवाद सहयोगी, टूंडला: तहसील मुख्यालय से करीब 14 किलोमीटर दूर पचोखरा-नारखी मार्ग पर बसे गांव हिम्मतपु
संवाद सहयोगी, टूंडला: तहसील मुख्यालय से करीब 14 किलोमीटर दूर पचोखरा-नारखी मार्ग पर बसे गांव हिम्मतपुर में समस्याओं से जूझते ग्रामीणों की हिम्मत अब जवाब देने लगी है। गांव में गंदे पानी की निकासी न होने से लोग परेशान रहते हैं। पेयजल टंकी वर्षो से खराब है।
गांव की अधिकतर गलियों में आरसीसी है, लेकिन कुछ मोहल्लों में नाली न होने से गंदे पानी की निकास नहीं हो पा रही। बघेल मोहल्ले के लोग नाली बनवाने को कई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं हो सका। गंदा पानी घरों के सामने बह रहा है। ग्राम पंचायत हिम्मतपुर में करीब नौ हजार की आबादी है। जलापूर्ति के लिए करीब 154 हैंडपंप हैं। इनमें से एक दर्जन से अधिक हैंडपंप रीबोर होने को पड़े हैं। पंचायत तीन टीटीएसपी लगवाई। इनमें एक टूला और दूसरी पखरपुरा में है। स्थानीय सांसद रहे सिने स्टार राजबब्बर ने भी यहां एक सबमर्सिबल लगवाई थी, जो चालू है। गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन स्टाफ न होने के कारण ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है।
10 साल से बंद है पानी की टंकी
गांव में जलापूर्ति के लिए जल निगम ने 10 वर्ष पूर्व पानी की टंकी बनवाई थी। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक टंकी चालू नहीं हो सकी है। जल निगम ने तत्कालीन ग्राम प्रधान बसंती देवी के समय में टंकी ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दी थी। टंकी चलाते ही पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। तभी से टंकी बंद पड़ी है।
वर्षो पुराने देवी मंदिर की है मान्यता
गांव में सैकड़ों वर्ष पुराना हिम्मतपुरवाली माता का मंदिर है, जिसकी अनोखी कहानी है। शारदीय और चैत्र नवरात्रों में यहां मेला लगता है।
ग्रामीणों की बात
बघेल कॉलोनी में गंदे पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। प्रधान से कई बार कहा, लेकिन नाली नहीं बन सकी।
राकेश कुमार।
10 साल पहले बनी पानी की टंकी अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इससे क्षेत्र में पेयजल की किल्लत बनी हुई है। टंकी शुरू हो जाए, तो काफी राहत मिलेगी।
फौरन ¨सह।
गांव के कुछ हैंडपंप खराब पड़े हैं। यदि ये ठीक हो जाएं, तो गर्मी में राहत रहेगी। रीबोर के लिए ग्राम प्रधान से कहा था, उन्होंने आश्वासन दिया है।
महेंद्र ¨सह।
खराब हैंडपंप रीबोर कराए जा रहे हैं। नाली निर्माण को जैसे ही बजट आएगा कार्य करा दिया जाएगा। पानी की टंकी 10 वर्ष पूर्व बनी थी, जो अभी तक शुरू नहीं हो सकी है।
यादवेंद्र ¨सह चौहान, ग्राम प्रधान हिम्मतपुर।