मजदूरों को छोड़ भागा ठेकेदार, पेड़ के नीचे गुजारी रातें
मजदूरों को छोड़ भागा ठेकेदार पेड़ के नीचे गुजारी रातें
संवाद सहयोगी, शिकोहाबाद(फीरोजाबाद): लॉकडाउन में काम बंद था तो ठेकेदार ने तम्बू का आसरा दिया और पेट भरने को रोटी। जैसे ही देश अनलॉक हुआ तो बेबस मजदूरों को छोड़कर ठेकेदार रात में भाग निकला। तीन दिनों से खेत में पीपल के पेड़ के नीचे बैठे मजदूर मदद की बाट जोहते रहे। गांव वालों की मदद से थोड़ा बहुत खाने को मिला, लेकिन प्रशासन की नजर तक नहीं गई। मजदूरों का कहना है कि चार महीनों का वेतन भी ठेकेदार पर है।
सिरसागंज तहसील क्षेत्र के गांव रामनगर में फंसे मजदूरों की कहानी बेबसी भरी है। घाटमपुर से आगरा के बीच एलएंडटी कंपनी द्वारा पॉवर सप्लाई लाइन काटने का काम कराया जा रहा है। इसके लिए ठेकेदार बिहार के भागलपुर से फरवरी में मजदूरों को लेकर आया था। रामनगर में लाइन डल गई, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन लग गया। ठेकेदार मजदूरों को तम्बू में ठहराए रहा। मजदूर बमबम पासवान ने बताया कि तीन दिन पहले ट्रक में सामान लोड करवाकर ठेकेदार परमानंद चला गया। उसका कहना था कि वह पैसे भिजवा देगा। उसके बाद वह फोन नहीं उठा रहा है। पेड़ की नीचे रात गुजार रहे मजदूरों को राशन डीलर ने दो दिन तक खाना दिया। इसके बाद गांव वाले उन्हें रोटी बैंक शिकोहाबाद लेकर पहुंचे। प्रशासन ने फेरा मुंह, रोटी बैंक ने दिया सहारा
शिकोहाबाद के समाजसेवियों द्वारा चलाए जा रहे रोटी बैंक ने मजदूरों को सहारा दिया। मजदूरों का कहना था कि वे सिरसागंज तहसील गए थे, लेकिन उन्हें वहां से कोई मदद नहीं मिली। रोटी बैंक के संचालक मंडल ने राजीव गुप्ता व राजीव अग्रवाल ने बताया कि मजदूरों को बुलवाकर खाना खिलाया गया है। संस्था उन्हें बिहार भेजने की व्यवस्था कर रही है। कल इन्हें बस से भेजा जाएगा।