दफ्तर पहुंचे बाबू, दोपहर तक किया काम
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : पद के दुरुपयोग मामले में फंसे हुए जिला विद्यालय निरीक्षक दफ्तर के वरिष्
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : पद के दुरुपयोग मामले में फंसे हुए जिला विद्यालय निरीक्षक दफ्तर के वरिष्ठ सहायक मंगलवार को भी दफ्तर में पहुंचे। दफ्तर में उन्होंने काम भी किया। हालांकि दोपहर बाद वह दफ्तर से चले गए। डीेएम नेहा शर्मा ने उक्त बाबू को जिला विद्यालाय निरीक्षक दफ्तर से हटाकर भूलेख अभिलेखागार में संबद्ध कर दिया है, लेकिन बताया जाता है कि दोपहर बाद तक डीएम का आदेश दफ्तर में नहीं पहुंचा। इधर बाबू को हटाए जाने के बाद जिले के कई प्रबंध तंत्रों में खलबली मच गई है। हालांकि प्रबंधतंत्र से जुड़े हुए लोग दफ्तर तो नहीं आए, लेकिन दफ्तर के बाहर इनकी गतिविधियां तेज हो गई हैं।
जिविनि दफ्तर में तैनात वरिष्ठ सहायक नरायन ¨सह के खिलाफ पिछले दिनों मिल रही शिकायतों के बाद जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस लिपिक को दफ्तर से हटा दिया है तथा जांच कमेटी गठित कर दी है। उक्त लिपिक के खिलाफ कार्रवाई मंगलवार को शिक्षा जगत में खासी चर्चा में रही। इस तरह की बड़ी कार्रवाई पहले शिक्षा विभाग के किसी लिपिक के खिलाफ नहीं हुई है। जांच कमेटी में सिटी मजिस्ट्रेट के साथ आयकर अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिससे भी खलबली मची है। पहली बार किसी लिपिक के विरुद्ध इस तरह की जांच कमेटी गठित की गई है। हालांकि मंगलवार दोपहर तक लिपिक को हटाए जाने का आदेश जिविनि दफ्तर में नहीं पहुंचा। ऐसे में लिपिक सुबह दफ्तर आए तथा दोपहर बाद यहां से चले गए। इधर लिपिक के खिलाफ कार्रवाई से जिले के कई प्रबंध तंत्रों में खलबली मची हुई है। इस कार्रवाई का दायरा उन तक न पहुंच जाए। प्रबंध तंत्र से जुड़े कुछ लोग लिपिक से संपर्क करने का भी प्रयास करते नजर आए।
नियुक्तियों पर जेडी ने लगाई रोक : इधर संयुक्त शिक्षा निदेशक आगरा मंडल अर¨वद कुमार पांडेय ने 16 फरवरी को एक आदेश जारी कर मंडल के सभी जिलों में स्थित अल्पसंख्यक स्कूलों में शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति पर रोक लगा दी है। जिविनि को इस आदेश का पालन कराने के आदेश दिए हैं।
नियुक्ति फर्जीवाड़े में फीरोजाबाद सबसे आगे : माध्यमिक शिक्षक संघ प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश चंद्र शर्मा, डॉ.वीरेंद्र ¨सह नरवार, आरएस यादव, राजबहादुर ¨सह यादव, ओमप्रकाश जादौन ने कहा है कि नियुक्ति फर्जीवाड़े में फीरोजाबाद सबसे आगे है। उन्होंने जेडी से मिलकर बताया कि तीन माह में शिक्षकों की रिक्ति विज्ञापित न होने पर पद मृत हो जाते हैं, उनका पुन: सृजन आवश्यक है, लेकिन फीरोजाबाद में ऐसे पदों पर भी नियुक्ति का खेल चल रहा है। जिले में ऐसी नियुक्तियों की संख्या करीब चार दर्जन बताई है। इसकी जांच कराने की मांग की है।