सरकारी गोदाम में कैद बच्चों को पुष्टाहार
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए लखनऊ से भेजा गया पुष
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए लखनऊ से भेजा गया पुष्टाहार जिले के सरकारी गोदामों में कैद होकर रह गया है। प्रशासन 15 दिनों में उसे आंगनबाड़ी केंद्रों पर नहीं पहुंचा सका है। इसके पीछे बाल विकास परियोजना कार्यालय की लापरवाही सामने आई है। अभी तक विभाग कागजी कार्रवाई पूरी नहीं कर सका है।
शासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहले से लागू पुष्टाहार वितरण प्रणाली में बदलाव किया है। पुष्टाहार के रूप में मिलने वाली पंजीरी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अब तक ब्लॉक स्तर पर बने बाल विकास परियोजना कार्यालय के गोदामों से उठाकर लाती थीं। इसके बाद एक महीने तक उसका वितरण करती रहती थी। इस व्यवस्था में कई खामियां थीं। कार्यकर्ता अक्सर शिकायतें करती थीं कि उन्हें पूरी मात्रा में पुष्टाहार नहीं मिलता। ढुलाई का भुगतान भी कई कई महीनों बाद मिलता है। प्रदेश सरकार ने अब पुष्टाहार सीधे आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचाने की व्यवस्था की है।
इसके अंतर्गत बच्चों के लिए नमकीन, मीठे दलिया के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए दोनों तरह का दलिया और प्रीमिक्स लड्डू का आटा भेजा है। इसमें थोड़ा गर्म पानी मिलाने से लड्डू बन जाता है। जिले में इसकी आपूर्ति एक जून से शुरू हो गई थी। जनपद में जिला कार्यक्रम विभाग के अंतर्गत 11 बाल विकास परियोजनाएं और उतने ही गोदाम हैं। पुष्टाहार इन्हीं गोदामों में रखा हुआ है। इसकी आपूर्ति अभी तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर होना शुरू नहीं हुई है। केंद्रों पर पहुंचने वाले बच्चे अब भी भूखे लौट रहे हैं। इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा ¨सह से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।