पतंजलि में नौकरी के नाम पर ठगी
बेरोजगार युवाओं को पतंजलि में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है।
संवाद सहयोगी, शिकोहाबाद: बेरोजगार युवाओं को पतंजलि में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। शहर में जगह जगह पोस्टर चस्पा कर पहले आवेदन मांगे गए, फिर आवेदन और प्रशिक्षण के नाम पर उनसे लाखों की वसूली की गई। इसके बाद नकली उत्पाद बेचने के लिए दे दिए। शिकायत पर पुलिस ने प्रशिक्षण केंद्र चलाने वाले दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
ठगी का यह खेल छह महीने से भी पहले से शुरू हुआ था। जगह-जगह पोस्टर लगाकर पतंजलि में अर्जेंट भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया। इसमें अनपढ़ से पोस्ट ग्रेजुएट तक के युवाओं को फ्री में रहने, खाने, बीमा और बोनस का लालच दिया गया था। भर्ती कार्यालय कासगंज में बताया गया। ठगी का शिकार बने लोगों के मुताबिक शहर के आशीष कुमार निवासी दौलतपुर बैजुआ थाना सिरसागंज, गुलशन कुमार निवासी जगदीशपुरा आगरा, नरेश राठौर निवासी लोहा मंडी, आगरा समेत अन्य कई युवाओं ने पोस्टर पर दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उनसे बल्लभगढ़ (फरीदाबाद) आने को कहा गया। वहीं मेघराज राठौर निवासी परासनी जिला जालौन, अवधेश कुमार निवासी धर्मपुरा, जालौन को कानपुर बुलाया गया। वहां पहुंचे तो सभी से 1750 रुपये जमा कराने के बाद शिकोहाबाद आवास विकास कॉलोनी स्थित ट्रे¨नग सेंटर पर पहुंचने को कहा गया। युवक यहां आए तो उनसे पुन: एक हजार से 1560 रूपये तक वसूले गये। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद परिचय-पत्र देकर पतंजलि कंपनी के कुछ उत्पाद तेल, टूथ पेस्ट आदि बेचने को दिए गए।
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इस तरह खुला मामला
पतजंलि के नाम पर नकली उत्पाद बेचने वाले युवाओं को अपने साथ हुई ठगी का पता तब चला जब दुकानदारों ने युवाओं को उनके उत्पाद नकली होने की जानकारी दी। इसके बाद बुधवार को युवाओं ने प्रशिक्षण केंद्र पर इसकी शिकायत की तो वहां झगड़ा हो गया। इसके बाद युवकों ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने ट्रे¨नग सेंटर से प्रवेंद्र व मोहित कुमार नाम के युवकों को पकड़ लिया। थाने लाकर उनसे काफी देर पूछताछ की। पीड़ित युवकों का आरोप है कि पुलिस ने कुछ घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया। इस संबंध में थाना प्रभारी विजय कुमार गौतम का कहना है वह दबिश के लिए जिले से बाहर आए हैं। उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। थाने पहुंचकर पता करेंगे किसने युवकों को छोड़ा है।