जिला पंचायत में 28.42 करोड़ का बजट पास
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: भाजपा के नेतृत्व वाली जिला पंचायत की पहली बैठक बुधवार को हुई। इसमें न
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: भाजपा के नेतृत्व वाली जिला पंचायत की पहली बैठक बुधवार को हुई। इसमें नए वित्तीय वर्ष के लिए 28.42 करोड़ रुपये का बजट सर्वसम्मति से पास हुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष ने तीन महीने में चार सड़कों की जांच पूरी न करने पर नाराजगी जताई।
जिला पंचायत पर अब तक सपा का ही कब्जा रहा। एक बार बसपा के प्रमोद कुमार को मौका मिला था, लेकिन वह कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। भाजपा ने पहली बार इस कुर्सी पर कब्जा किया है। इसके लिए सपा के जिपं अध्यक्ष विजय प्रताप ¨सह को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाया गया। इसके बाद उपचुनाव में भाजपा ने जसराना के पूर्व विधायक रामवीर ¨सह के पुत्र अमोल यादव को निर्विरोध निर्वाचित कराया। बुधवार को अमोल यादव की अध्यक्षता वाले बोर्ड की पहली बैठक हुई। इसमें वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 28.42 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया।
बैठक का संचालन करते हुए अपर मुख्य अधिकारी आरबी मिश्र ने बताया कि नए वित्तीय वर्ष में 30.61 करोड़ रुपये की आय होगी। इसमें से विकास कार्यों पर 28.42 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे और 2.19 करोड़ रुपये की बचत होगी। जिपं अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा कि अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए तीन दिन में प्रस्ताव दें। उन्होंने ग्रामीण अभियंत्रण सेवा (आरइएस) के अधिशासी अभियंता के बैठक में मौजूद न होने और सहायक अभियंता को भेजने पर फटकार लगाई। अध्यक्ष ने कहा कि एक्सइएन चार सड़कों की जांच तीन महीने में पूरी नहीं कर पाए हैं। बैठक में 32 में से 28 सदस्य उपस्थित हुए। रामसिया यादव, अनुजेश प्रताप, निर्मला देवी और बबली पत्नी भुवनेश कुमार अनुपस्थित रहीं। वहीं पीडी डीआरडीए विनीता श्रीवास्तव, बीएसए डॉ. सच्चिदानंद यादव आदि मौजूद रहे।
एक्सईएन ने वापस लौटा दी फाइलें..
अध्यक्ष द्वारा सड़कों की जांच को लेकर जताई नाराजगी के कुछ देर बाद ही एक्सइएन संजीव अग्रवाल जिला पंचायत पहुंचे और जिपं अध्यक्ष को फाइलें वापस कर दी। उनका कहना था कि डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी। कई बार प्रयास किए गए, लेकिन किसी न किसी कारण सड़कों का निरीक्षण नहीं हो सका। अब वे फाइलें लौटा रहे हैं ताकि दूसरे अधिकारी से जांच करा ली जाए।
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बंद रहते हैं स्कूल, नहीं सुनता कोई
बैठक में जिपं सदस्य रेखादेवी के प्रतिनिधि नरेशपाल ने बीएसए की मौजूदगी में आरोप लगाया कि गांव फरौल नगरिया, रामदासपुरा, उस्मानपुरा, मढ़ुआ, तिवारीगढ़ी और नगला चूरा में संचालित स्कूल अक्सर बंद रहते हैं। इसकी शिकायत कई बार की, लेकिन अधिकारी सुनते ही नहीं है। बीएसए ने आश्वासन दिया कि जांच कराकर जल्द कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नगला चूरा के स्वास्थ्य केंद्र पर सुविधाएं न मिलने की शिकायत भी की। वहीं सदस्य राकेश शंखवार ने नारखी क्षेत्र में खारे पानी की समस्या दूर करने के लिए सिरसा नदी को पुनर्जीवित करने की योजना शासन को भेजने का प्रस्ताव रखा।
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सिरसागंज में बनेगा नया पशु चिकित्सालय बैठक में जिपं की जमीन पर बने पशुचिकित्सालय का मुद्दा भी बोर्ड के सामने रखा गया। एएमए ने बताया कि चिकित्सालय का भवन जर्जर हो चुका है। पशु चिकित्सा विभाग यहां नया भवन बनवाना चाहता है। इसके लिए कैबिनेट मंत्री प्रो. एसपी ¨सह ने धन मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। वहीं प्रशासन ने नवनिर्माण के लिए जिपं से अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा है। सदस्यों ने सर्वसम्मति से एनओसी देने का प्रस्ताव पास कर दिया।