लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा में सेंध: लाखों रुपये की फेंसिंग चोरी, 70% तार गायब
लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर मवेशियों और लोगों को रोकने के लिए लगाई गई लाखों की फेंसिंग चोरी हो गई है। नसीरपुर क्षेत्र में 70% तार गायब हैं, जिससे एक्सप्रेसवे पर पहुंचना आसान हो गया है। सुरक्षा अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है और नए तार लगाने के लिए अनुमति मांगी है।

संस, जागरण. शिकोहाबाद। लखनऊ एक्सप्रेस-वे के ऊपर बेसहारा गोवंशी और अन्य लोगों को चढ़ने से रोकने के लिए लगवाए गए लाखों रुपये कीमत के कंटीले तार धीरे-धीरे चोरी हो गए। चाेर बीच-बीच में लगवाए गए कई किलोमीटर लंबे कंटीले ताराें को काट ले गए। मामले में प्राथमिकी लिखवाई गई है।
एक्सप्रेस-वे पर बेसहारा गोवंशियों को जाने से रोकने के लिए लगाया गया था
सर्विस रोड किनारे लोहे के कंटीले तारों की 10 फीट ऊंची फेंसिंग कराई गई है। सात फीट ऊंची लोहे के तारों की मजबूत जाली लगाई गयी थी। ताकि बीच में मवेशी के साथ अन्य लोग भी एक्सप्रेसवे पर चढ़ और उतर न सकें। नसीरपुर क्षेत्र में 70 प्रतिशत तार चोरी हो गए हैं। जहां से तार चोरी हुए हैं, वहां से बेसहारा गोवंशी के साथ काेई भी आसानी से एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकता है। मटसेना से कठफोरी तक लगभग 37 किलोमीटर से 72.300 तक कई गांवों के पास लगे तार दैनिक जागरण की पड़ताल में गायब मिले।
बीच-बीच में कई किलोमीटर तार चोरी, सड़क हादसे की रहती है आशंका
किसान और ग्रामीणों ने धीरे-धीरे तार चोरी होने की बात बताई है, लेकिन किसी भी थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है। एक्सप्रेसवे जिले के तीन थानों से गुजरता है, और हर जगह तार चोरी की घटना हुई है। अब मौके पर केवल तार लगाने के लिए लगे खाली खंभे ही खड़े हैं।
मुख्य सुरक्षा अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि तार चोरी की घटना के बाद संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। नए तार लगाने के लिए लखनऊ मुख्यालय से बात की जा रही है। जैसे ही आदेश मिलेगा काम शुरू किया जाएगा।

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