मैया के दरबार में माथा टेक मांगा वरदान
मंदिरों के बाहर टूटे कोरोना संक्रमण के नियम अंदर रही सख्ती श्रद्धालुओं ने विधि विधान से माता कालरात्रि का किया पूजन।
संवाद सहयोगी, फीरोजाबाद: रविवार को लाकडाउन के बाद सोमवार को पट खुले तो मंदिरों के बाहर कोरोना संक्रमण के नियम टूटते नजर आए। जबकि अंदर सख्ती रही। श्रद्धालुओं ने नवदुर्गा महोत्सव के सातवें दिन आदिशक्ति के सातवें स्वरूप कालरात्रि की भक्तिभाव से पूजा अर्चना की। वहीं मनोकामना पूरी होने पर कुछ श्रद्धालु नेजा चढ़ाने भी पहुंचे।
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को थामने के लिए सरकार ने 36 घंटे का लाकडाउन लगाया था। जिसके चलते रविवार को मंदिरों के पट बंद रहे थे। सोमवार को पट खुले तो सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। राजराजेश्वरी कैला देवी मंदिर पर गेट के बाहर श्रद्धालु शारीरिक दूरी का पालन नहीं करते हुए एक दूसरे से सटकर लाइन में खड़े थे। गेट पर तैनात कर्मचारी थर्मल स्क्रीनिग करने के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दे रहा था। श्रद्धालुओं ने परिसर में धूप और दीपक से आरती करने के बाद मैया के दर्शन किए।
उसायनी स्थित वैष्णो देवी धाम पर भी दोपहर एक बजे तक पूजन करने का सिलसिला चलता रहा। यहां भी मंदिर के बाहर श्रद्धालु शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे। जबकि प्रवेश के दौरान थर्मल स्क्रीनिग, गेट पर लगी मशीन से हाथों को सैनिटाइजर और शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए श्रद्धालुओं को परिसर में बनाए गए गोलों में खड़ा कराया गया। इसके साथ ही सुहाग नगर स्थित सीयर देवी मंदिर, पथवारी माता मंदिर, कोटला रोड स्थित मां दुर्गा मंदिर, बेहड़ वाली माता सहित अन्य देवी मंदिरों पर भी श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे।
आज और कल घर-घर होगा कन्या पूजन:
मंगलवार को अष्टमी और बुधवार को नवमी मनाई जाएगी। इस दौरान घर-घर और मंदिरों पर मैया का पूजन करने के बाद कन्याओं का पूजन होगा। उन्हें लाल चुनरी सहित अन्य सामग्री उपहार में दी जाएगी।