कला की 'साधना' बढ़ा रही फीरोजाबाद का मान
दो वर्ष पूर्व लंदन में लगी अंतरराष्ट्रीय एग्जीबिशन में लगी थी कलाकृति। कोरोना काल में और निखारी प्रतिभा कई राष्ट्रीय वेबिनार में लिया हिस्सा।
फीरोजाबाद, जासं: संसाधनों का अभाव और प्रकृति का प्रकोप भी लगनशील प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता। पुराना रसूलपुर में रहने वाली कला की शोध छात्रा ने यह साबित कर दिया है। फोक आर्ट में माहिर छात्रा की पेंटिंग सात समुंदर पार लंदन में लगी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में भी लग चुकी है।
गली नंबर नौ में रहने वाली साधना को बचपन से ही चित्रकारी का शौक था। इसके बलबूते वे जिला, प्रदेश ही नहीं देश, विदेश में होने वाले प्रदर्शनियों में शामिल होती हैं। आगरा कालेज आगरा से ड्राइंग एंड पेंटिंग से एमए कर चुकीं साधना के बनाए चित्र जनवरी 2018 में मेवाड़ यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पेटिंग वर्कशाप और राजकीय संग्रहालय मथुरा में और अप्रैल में दिल्ली में हुए पेंट फार लव जैसी बड़ी कार्यशाला में प्रदर्शित हुए। सबसे बड़ी उपलब्धि मई 2018 में मिली। लंदन में लगे लेआर्ट एग्जीबिशन में उनकी एक पेटिंग का प्रदर्शन किया गया। इसमें प्रतिभाग करने के लिए उन्होंने तीन चित्र भेजे थे, इनमें से एक का चयन हुआ। इसके बाद साधना ने पेंटिग को ही अपना करियर बनाने का फैसला किया। अपनी प्रतिभा को और निखारने के लिए वह राजस्थान के झुंझनू विश्वविद्यालय से फाइन आर्ट में पीएचडी कर रही हैं।
कोरोना काल में वह चित्रकला की कई आनलाइन प्रदर्शनी और वेबिनार का हिस्सा रहीं।
वीजा न मिलने से नहीं जा पाई थीं लंदन: साधना ने बताया कि लंदन एग्जीबिशन में भेजने के लिए परिवार वाले तैयार हो गए थे। पासपोर्ट भी बन गया, लेकिन वीजा न बन पाने के कारण वह लंदन नहीं जा सकी। बाद में आयोजकों ने उन्हें प्रमाण पत्र भेजा।