पापा की डांट पर नाराज लाडो ने पैदल तय किया 20 किमी का सफर
फ्रॉक ने कराया झगड़ा बेटी ने माता पिता को पहचानने से किया इन्कार
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: महज 12 साल की लाडो पापा की डांट पर इस कदर नाराज हुई कि घर छोड़ दिया और पैदल निकल पड़ी। सुनसान तपते हाईवे पर चलते चलते उसने 20 किमी का सफर तय कर लिया और टूंडला पहुंच गई। पुलिस ने पूछा तो खुद को अनाथ बताया। किसी तरह मां-बाप का पता चला। जब उसका सामना कराया तो पहचानने तक से इन्कार कर दिया। रात 12 बजे तक कार्रवाई चली और चाइल्ड लाइन की टीम ने से समझाकर घर भेज दिया है।
शुक्रवार दोपहर साढ़े तीन बजे टूंडला में पुलिस के एसआइ आदित्य कुमार को 11-12 साल की एक लड़की अकेले घूमती हुई दिखी। चेहरे से परेशान और थकी हुई दिख रही थी। उन्होंने उसे रोककर पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि उसके माता पिता नहीं हैं। वह ताऊ के साथ रहती है, वे उसकी पिटाई करते हैं। इसलिए वह घर छोड़कर आ गई है। पुलिस ने इसकी सूचना चाइल्ड लाइन की दी। टूंडला पहुंची टीम ने लड़की से पूछताछ की तो उन्हें भी यही बताया गया। इतना ही नहीं उसने अपना नाम, पता और स्कूल का नाम भी गलत बता दिया। काफी देर तक पूछताछ के बाद किसी तरह चाइल्ड लाइन की टीम ने शहर के उत्तर थाना क्षेत्र में रहने वाले उसके माता-पिता तक पहुंच गई। वे भी उसके गायब हो जाने से परेशान चल रहे थे। शाम को सुहागनगर स्थित बाल कल्याण समिति के कार्यालय में लड़की का माता-पिता से सामना कराया गया, जिसमें उसने माता-पिता को पहचानने से ही इन्कार कर दिया। बाल कल्याण समिति के सदस्य जफर आलम ने बताया कि काफी समझाने के बाद लड़की ने भी सच कबूल कर लिया और परिजनों के साथ जाने को तैयार हुई। इस दौरान संगीता पांडे, कुमुद शर्मा, दिलीप कुमार शर्मा, जीत चांदना, शाहनबाज खान, चाइल्डलाइन के कोऑíडनेटर मुख्तार आलम मौजूद रहे। यह पूरी कार्रवाई रात 12 बजे तक चलती रही।
नई फ्राक पर चला दी थी कैंची माता-पिता बेटी को मनाते रहे पर पहचानने को तैयार ही नहीं थी। मजदूरी करने वाले पिता ने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं। दोनों के लिए शुक्रवार को फ्रॉक खरीदी थीं। पसंद नापसंद को लेकर छोटी बेटी ने बड़ी बेटी की फ्रॉक कैंची से काट दी। इस पर उन्होंने उसे एक चांटा मार दिया था। इसके बाद वह घर से निकल आई। तो माता पिता पर भी होगी कार्रवाई जफर आलम ने बताया कि दौर बदल रहा है। ऐसे में माता-पिता को भी अपने अंदर बदलाव लाने होंगे। बच्चे प्यार की भाषा को ज्यादा समझते हैं। यदि कोई माता-पिता अपने बच्चे को डांटते फटकारते हैं या मारपीट करते हैं तो किशोर न्याय बालकों की देखरेख संरक्षण अधिनियम 2015 की धारा 75 के तहत उसके विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है।