लोडर वाहनों से उतारे 87 मजदूर, बसों से भेजे
लोडर वाहनों से उतारे 87 मजदूर बसों से भेजे
संवाद सहयोगी, टूंडला: प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी दर्जनों प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने आगरा-फीरोजाबाद सीमा पर रोक लिया। सभी को बसों द्वारा उनके जिलों में भेजा गया। भीषण गर्मी में बच्चे व महिलाएं परेशान दिखीं।
सरकार प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कोई पैदल या माल वाहक वाहनों से यात्रा न करे। इसका ध्यान रखा जा रहा है। बावजूद इसके प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। जिले में भी बॉर्डर पर चेकिग की जा रही है। सोमवार को गुरुग्राम से आने वाले 87 महिला, पुरुषों व बच्चों को पुलिस ने सीमा पर माल वाहक वाहनों से यात्रा करते पकड़ लिया। इनमें किसी को बिहार, कौशांबी, कानपुर, हरदोई, व अकबरपुर जाना था। सभी को उतारकर आश्रय स्थल में बिठाया गया।
यहां प्रशासन ने इन्हें बिस्कुट और पानी दिया। इसके बाद सभी को बसों से भेज दिया। तहसीलदार डॉ.गजेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि जो भी मजदूर आ रहे हैं। उन्हें उतारकर बसों द्वारा भेजा जा रहा है। सभी के लिए भोजन पानी की व्यवस्था है। किसी को भी डग्गेमार वाहनों से यात्रा करने की जरूरत नहीं हैं।
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खाली हाथ क्या करते साहब, जो वाहन मिला उसी में बैठ लिए ट्रक से उतारे गए अकबरपुर निवासी सलीम खान और हरदोई के अमित कुमार ने बताया कि वे लोग गुरुग्राम में मजदूरी करते थे। इतने दिनों से लॉकडाउन में फंसे रहने से पास में जो भी था सब खत्म हो गया। भूखे रहने की नौबत आ गई थी। इसलिए जो भी वाहन मिला उसी में बैठ गए। रविवार की शाम को गुरुग्राम से चले थे।