सुहाग नगरी में टीबी से मुक्त हुआ बचपन
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने संस्थाओं को सौंपी थी टीबी ग्रसित बचों की जिम्मेवारी 513 बच्चों में 4
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: 15 महीने पूर्व शुरू हुई बचपन को टीबी से बचाने की मुहिम सार्थक मुकाम पर पहुंच गई। राज्यपाल की पहल पर समाजसेवियों को गोद दिए टीबी पीड़ित बच्चों में से 480 स्वस्थ हो गए। वहीं सात बच्चों को टीबी निगल गई। गुरुवार को आ रहीं राज्यपाल टीबी पीड़ित बच्चों के स्वास्थ्य की प्रगति जानेंगी और साथ ही नए लक्ष्य भी देंगी। इसको लेकर तैयारियां चल रहीं हैं।
उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल टीबी पीड़ित बच्चों की सेहत के प्रति फिक्रमंद रहती हैं। अक्टूबर 2019 में फीरोजाबाद के दो दिवसीय दौरे पर आईं राज्यपाल की पहल पर 12 एनजीओ और सौ अधिकारियों ने 513 बच्चों को गोद लिया था। उप जिला क्षय रोग चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया कि 480 बच्चे पूर्ण स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 26 का इलाज चल रहा है। इस बार 361 बच्चों को गोद दिए जाने की योजना है। 30 अधिकारियों को पांच-पांच बच्चे गोद दिए जाएंगे। इस बार आधा दर्जन एनजीओ को बच्चों को पोषक आहार की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इस बारे में आखिरी निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया जाएगा।
- टीबी क्लीनिक में हुआ था कोरोना का हमला: डीटीओ डा. आरएस अत्येंद्र, डिस्ट्रिक्ट कोर्डीनेटर (पीपीएम) मनीष यादव, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर शिव प्रभु व मनोज कुमार, कंप्यूटर आपरेटर ओम प्रकाश तथा एक अन्य कर्मी विजय भारद्वाज कोरोना की जंग में शामिल रहते हुए संक्रमित हुए थे। राज्यपाल कोरोना वारियर्स से सम्मानित कर सकती हैं। - कुछ एनजीओ ने पोषक आहार देने की पीटी लकीर-
डिप्टी डीटीओ डा. अशोक कुमार ने बताया कि जिन एनजीओ ने बच्चों को गोद लिया था, उनमें से कुछ ने इन बच्चों को पोषक आहार देने के नाम पर लकीर पीटी थी। एक-दो बार ही पोषक आहार उपलब्ध कराया था।