जीआरएम कंपनी के ठेकेदार की मौत, उत्पीड़न का आरोप
- मलवां से कल्यानपुर क्षेत्र में मिट्टी डालने का ठेका लेते थे - आरोप कि पार्टनरों के डेढ़ करोड़ हड़पने से अवसाद में थे जागरण संवाददाता फतेहपुर जीआरएम कंपनी के हाईवे निर्माण में मिट्टी डालने के ठेकेदार महेश प्रताप सिंह की सोमवार को रात ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। मृतक के भाई अभयप्रताप सिंह का आरोप था कि पार्टनरों ने धोखाधड़ी कर खाते से डेढ़ करोड़ का भुगतान करा लिया था तबसे वह अवसाद में आ गए थे। उसी मानसिक उत्पीड़न की वजह से वह सदमें में आ गए और उनकी मौत हो गई। उन्होंने एसपी से जांचोपरांत कंपनी के कुछ अधिकारी व पार्टनरों पर गैर इरादतन हत्या की एफआइआर दर्ज किए जाने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जीआरएम कंपनी के हाईवे निर्माण में मिट्टी डालने के ठेकेदार महेश प्रताप सिंह की सोमवार रात ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। मृतक के भाई अभयप्रताप सिंह का आरोप था कि पार्टनरों ने धोखाधड़ी कर खाते से डेढ़ करोड़ का भुगतान करा लिया था तबसे वह अवसाद में आ गए थे। उसी मानसिक उत्पीड़न की वजह से वह सदमें में आ गए और उनकी मौत हो गई। उन्होंने एसपी से जांचोपरांत कंपनी के कुछ अधिकारी व पार्टनरों पर गैर इरादतन हत्या की एफआइआर दर्ज किए जाने की मांग की है। मृतक बाबा कांस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोपाइटर थे और साढ़े चार करोड़ का काम किया था।
शहर क्षेत्र के अशोकनगर मोहल्ला निवासी ठेकेदार महेश प्रताप सिंह ने अगस्त 2019 में कल्यानपुर थाने में अपने दो पार्टनरों व जीआरएम कंपनी के कुछ अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कराते हुए प्रार्थना पत्र में स्पष्ट किया था कि उक्त लोगों ने अलग से खाता खुलवाकर मिट्टी ढुलाई का डेढ़ करोड़ रुपये चोरी छिपे से निकाल लिए। हालांकि विवेचक ने एक हफ्ते में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। एसओ जेपी उपाध्याय का कहना था कि ठेकेदार द्वारा कोई साक्ष्य न दे पाने पर फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी।