Move to Jagran APP

सुरक्षित जमीन गायब होने पर ग्रामीणों का प्रदर्शन

डीएम से लेकर सीएम तक शिकायत जमीन खोजने की मांग संवादसूत्र जागेश्वरधाम सदर तहसील क्षेत्र के घनघौल गांव में खाद गड्ढा तालाब पशुचर नवीन परती चक मार्ग हड़ावर खलिहान जैसी जमीनें कागज में तो दर्ज हैं लेकिन मौके पर गायब है। इन जमीनों पर अवैध रूप से काबिज लोग इन जमीनों को खुद की भूमिधर बता रहे हैं। रविवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रकट करते हुए सीएम पोर्टल व डीएम को संबोधित शिकायती पत्र भेजकर गायब जमीन खोजने की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 10:14 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:09 AM (IST)
सुरक्षित जमीन गायब होने पर ग्रामीणों का प्रदर्शन
सुरक्षित जमीन गायब होने पर ग्रामीणों का प्रदर्शन

संवादसूत्र जागेश्वरधाम: सदर तहसील क्षेत्र के घनघौल गांव में खाद गड्ढा, तालाब, पशुचर, नवीन परती, चक मार्ग, हड़ावर, खलिहान जैसी जमीनें कागज में तो दर्ज हैं, लेकिन मौके पर गायब है। इन जमीनों पर अवैध रूप से काबिज लोग इन जमीनों को खुद की भूमिधर बता रहे हैं। रविवार को ग्रामीणों ने विरोध प्रकट करते हुए सीएम पोर्टल व डीएम को संबोधित शिकायती पत्र भेजकर गायब जमीन खोजने की मांग की।

prime article banner

सुशीला देवी के नेतृत्व में ग्रामीण गांव के बाहर जमा हुए और विरोध प्रदर्शन करते हुए गांव में सुरक्षित खातों की जमीनों को खोजकर चिन्हित करने की आवाज बुलंद की। ग्रामीणों का नेतृत्व कर रही सुशीला देवी का कहना है कि गांव में सुरक्षित खाते की भूमि के अलावा अस्पताल, प्राइमरी स्कूल व बाजार के लिए ग्राम समाज की भूमि आरक्षित की गयी थी, लेकिन अब यह जमीनें मौके पर गायब है। इन जमीनों को गांव के ही कुछ लोगों ने अपने भूमिधरी नंबरों में मिला लिया है, और खाली नहीं करते हैं। ग्रामीणों संग मांग उठाई की जो जमीनें मौके से गायब है उन्हें प्रशासन खोजकर सुरक्षित करे। इस मौके पर धुन्ना यादव, अंकित, हर्षित, सचिन, सुनैना, फूलमती, अभिलेखा आदि प्रदर्शन में शामिल रहीं। मामले पर एसडीएम सदर प्रमोद झा का कहना है कि सुरक्षित खाते की जमीन जब कागज में दर्ज है तो उसे मौके पर भी खाली कराया जाएगा। जिन लोगों ने उक्त सुरक्षित जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है उनके कब्जे हटवाए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK