वसूली पर हंगामा, जांच का दिया भरोसा
जागरण संवाददाता फतेहपुर बुधवार को विकास भवन सभागार में किसान दिवस का आयोजन प्रभारी डीएम चांदनी सिंह की अध्यक्षता में हुआ। खराब मौसम के बाद भी किसान बड़ी संख्या में आयोजन के प्रतिभागी बनने को पहुंचे और अपनी-अपनी समस्याएं बताई। कामन सर्विस सेंटरों में दस से बीस रुपये शुल्क वाली सुविधाओं के लिए सौ-सौ रुपये वसूली किए जाने को लेकर किसानों जमकर हंगामा काटा प्रभारी डीएम-सीडीओ ने प्रकरण की जांच कराने का भरोसा दिया तब जाकर किसान शांत हुए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : टेंडर अलॉट होने के बावजूद काम शुरू न कराने के वाले अधिकारियों के खिलाफ मेयर ने अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। वार्ड 16 से 22 में विकास कार्यो में तेजी लाने के लिए मेयर मदन चौहान ने अधिकारियों और पार्षदों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को से कहा कि निर्माणाधीन कार्यो में तेजी लाने और रुके हुए कार्यो को शुरू करने के लिए 30 अगस्त तक का टाइम दिया। निर्धारित समय अवधि में काम न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। अधिकारियों को शहर के विकास कार्यो में किसी तरह की कोई कोताही न बरतने के भी कड़े निर्देश दिए। बैठक में एसई महीपाल सिंह, एक्सईएन आनंद स्वरूप, पब्लिक हेल्थ एक्सईएन गौतम कुमार, एमई राजबीर सैनी, जेई निखिल, पार्षद अभिषेक शर्मा, शिव राम, संदीप धीमान, अनिल कांबोज, तुलसी गोस्वामी, कृष्ण सिगला आदि मौजूद रहे।
अधिकारियों से मांगा जवाब
वार्ड 16 से 22 तक लगभग साढ़े सात करोड़ के 48 कार्यो के टेंडर अलॉट किए गए थे। इनमें से लगभग तीन करोड़ के कार्य प्रगति पर है। इनमें से कुछ कार्य पूरे भी किए जा चुके है। इनमें से अधिकतर कार्य 60 से 80 प्रतिशत तक पूरे हो चुके है। इसके अलावा लगभग चार करोड़ के कार्य अभी तक शुरू ही नहीं हो पाए। काम शुरू न करने पर मेयर ने अधिकारियों से जवाब मांगे। अधिकारियों ने टेंडर लेने वाली कंपनी, साइट और टेक्निकल समस्याएं बताई।
ढील बरतने वाली कंपनी को दें नोटिस
अधिकारियों ने बताया कि टेंडर अलॉट होने के बाद कुछ कंपनियों ने काम शुरू नहीं किया जा रहा है। एक एक कंपनी के पास कई कई टेंडर है। ऐसे में ठेकेदार द्वारा पहला काम पूरा होने के बाद टेंडर लगाने की बात कहीं जाती है। मेयर मदन चौहान ने कहा कि ऐसी कंपनी को नोटिस दिए जाएं। विकास कार्यो में ढील बरतने में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
छोटे कामों का एक ही लगाए टेंडर
मीटिग के दौरान दो से चार लाख रुपये के कार्यो के कई टेंडर सामने आए। मेयर चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रकार के छोटे छोटे कार्यो का क्लब टेंडर बनाकर केवल एक ही टेंडर लगाया जाए। 45 से 50 लाख रुपये तक का एक टेंडर हो। जिसमें छोटे छोटे कई कामों को शामिल किया जाए। ऐसा करने से कंपनी भी टेंडर पर जल्दी कार्य करेगी और रिकॉल टेंडर भी नहीं करने पड़ेंगे।