लबालब तालाब बता रहा जल संरक्षण के फायदें
जागरण संवाददाता फतेहपुर पानी से भरा तालाब से क्या फायदा मिलता है यह देखना है तो भिटौर
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : पानी से भरा तालाब से क्या फायदा मिलता है, यह देखना है तो भिटौरा ब्लाक के जमरावा गांव चले जाएं। गांव के किनारे का आदर्श तालाब गांव के लिए नहीं उस रास्ते निकलने वाले मुसाफिरों के लिए किसी पिकनिक स्थल से कम नहीं है। सूरज की पौ फटने से देर रात तक तालाब के किनारें का स्थल गुलजार बना रहता है। गर्मी में पानी कम होने पर गांव के लोग व नहर व नलकूप से तालाब लबालब रखते हैं।
मनेरगा समेत अन्य योजनाओं से हर गांव में पांच से छह की संख्या में तालाब बने हुए है, इसके बाद भी गर्मी आते ही पानी की किल्लत आम हो जाती है। खासकर मवेशी और पशु पक्षियों को पानी के भटकना पड़ता है। तालाबों की सही खोदाई न होने से तालाबों में बारिश के पानी का संचय नहीं हो पाता है। भूगर्भ जल विभाग का मानना है कि बारिश को अस्सी फीसद से अधिक पानी बहकर चला जाता है। बीस फीसद पानी भी हम सहेज ले तो धरती की सूखती गागर भर सकती है। जमरावा गांव का तालाब जलसंचयन की बड़ी सीख दे रहा है। पांच साल पहले बेकार पडे रहने वाले तालाब को ग्रामपंचायत निधि से संवारा गया। तालाब के चारों ओर पक्के चबूतरे के साथ सीमेंट की कुर्सी बनाई गई। चारों ओर लगे हरे पेड़ों से तालाब किनारें का पर्यावरण हर किसी को आकर्षित करता है।