प्रदूषण फैला रहे दो कारखानों दर्ज कराया मुकदमा
-कानूनगो की तहरीर पर एनजीटी की धाराओं पर कार्रवाई - कागज में बंद चल रही फैक्ट्रिया
-कानूनगो की तहरीर पर एनजीटी की धाराओं पर कार्रवाई
- कागज में बंद चल रही फैक्ट्रियां मौके पर संचालित मिली
संवाद सहयोगी, औंग/बिदकी : हाईवे पर रानीपुर गांव के सामने दो बंद पड़ी फैक्ट्रियों में कई ट्रक चमड़ा जमा मिला है। फैक्ट्री के अंदर चमड़े को ब्वॉयलर से जलाकर कथित तौर पर जैविक खाद बनाए जाने की बात कही जा रही है। कानूनगो की तहरीर पर पुलिस ने दोनों फैक्ट्री के मालिकों सहित अन्य लोगों के खिलाफ एनजीटी की धारा 26 सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
थाना प्रभारी केशव वर्मा ने बताया कि दो बंद पड़ी फैक्ट्री में एक पर ब्वॉयलर लगे पाए गए हैं। इसमें भारी मात्रा चमड़ा एकत्र किया गया है। दूसरी फैक्ट्री में ब्वॉयलर से निकाले गए चमड़े को सूखने के लिए डाला गया है। मंगलवार की देर शाम दोनों फैक्ट्रियों को सीज कर दिया गया था। यहां पर मिले श्रमिकों ने पूछताछ में बताया था कि चमड़ा जलाया जा रहा है। कानूनगो दिनेश मिश्रा की तहरीर पर आनंद प्रभा निवासी कानपुर, आरिफ पता अज्ञात व दो तीन अन्य लोगों के अलावा दूसरी फैक्ट्री में विशाल अग्निहोत्री कानपुर, अजय सिंह बीमकपुर, मुनीम नाम व पता अज्ञात सहित तीन चार अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया है। इनके खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशों का उल्लंघन, धुआं व अन्य माध्यम से प्रदूषण फैलाने, बीमारी का परिवेश तैयार करने व महामारी अधिनियम धारा-3 व एनजीटी धारा 26 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरिफ नाम का व्यक्ति फैक्ट्री में चमड़ा लाकर जमा करता है।
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अन्य फैक्ट्रियां भी वातारण में घोल रही हैं जहर
-चौडगरा औद्योगिक क्षेत्र में चौडगरा से लेकर छिवली नदी तक फैली औद्योगिक इकाइयां व्यापक स्तर पर वातावरण में जहर घोल रही हैं। प्रदूषण विभाग के अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। शाम होते ही प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के आसपास सांस लेना मुश्किल हो जाता है। आशापुर गांव के पास, रानीपुर, रहसूपुर, रावतपुर गांव के सामने औद्योगिक इकाइयों से निकल रहा काला धुआं वायु मंडल की हवा को प्रदूषित कर रहा है।