यमुना नदी में नाव पलटने से महिला समेत दो डूबे, छह लोगों ने तैर कर बचाई जान Fatehpur News
हमीरपुर के सुरौली यमुना घाट से जिले के धाना चांदपुर घाट पर घटना हुई है।
By Edited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 11:36 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 10:56 AM (IST)
फतेहपुर, जेएनएन। हमीरपुर के सुरौली यमुना घाट से जिले के धाना चांदपुर घाट पर आ रही नाव गुरुवार को बीच नदी में पलट गई। इससे महिला सहित दो लोग डूब गये। जबकि नाविकों समेत छह लोगों ने तैर कर जान बचाई। दो दिन की तलाशी के बाद डूबने वालों का पता नहीं चला है। शुक्रवार को कानपुर से आई एनडीआरएफ की टीम दिन भर की मशक्कत के बाद खाली हाथ रही। महिला भाई को राखी बांधने आ रही थी। जबकि राजगीर का काम करने वाला दूसरा लापता त्योहार में में अपने घर आ रहा था। दोनों घरों के परिजन घाट पर डेरा जमाए रहे।
हमीरपुर जिले के थाना सुमेरपुर भरुआ के सुरौली यमुना घाट से नाव में दो नाविकों समेत आठ लोग सवार थे। गहरा पानी आते ही नाव अचानक पलट गई और सवार डूबने लगे। नाविकों के साथ छह लोग किसी तरह तैरकर नदी से बाहर निकले। जबकि हमीरपुर जिले के भरुआ सुमेरपुर की निवासी 28 वर्षीय निशा देवी पत्नी धरमू निषाद व चांदपुर थाने के धाना गांव निवासी 53 वर्षीय राजगीर जगन्नाथ का पता नहीं चला। घटना के बाद गोताखोरों की मदद से पुलिस ने दोनों की तलाश कराई, लेकिन उनका पता नहीं लगा। शुक्रवार की सुबह कानपुर से एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची। दिन भर खोजबीन के बाद देर शाम वह भी खाली हाथ लौट गई।
थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि दूसरे दिन भी दोनों को नदी में नहीं खोजा जा सका है। घटना हमीरपुर जिले में हुई है। तलाशी में दोनों थानों की पुलिस रही। इनसेट गम में बदल गया त्योहार भाई संदीप को राखी बांधने हमीरपुर से अपने मायके चांदपुर आ रही निशा के डूबने की खबर सुनकर पूरा परिवार सदमें आ गया। परिजन यमुना घाट पहुंचे। बहन के नदी में डूबने के बाद भाई की कलाई सूनी रह गई। विवाहिता के दो पुत्र आठ वर्षीय अंगद व छह वर्षीय भीम है। उधर चांदपुर थाने के धाना गांव निवासी राजगीर जगन्नाथ के घर भी त्योहार की खुशियां गम में बदल गई। पत्नी कमला देवी, पुत्री मैना पुत्र प्रांशु व दो विवाहिता पुत्रियों सोनू व सुनैना परेशान रहीं।
हमीरपुर जिले के थाना सुमेरपुर भरुआ के सुरौली यमुना घाट से नाव में दो नाविकों समेत आठ लोग सवार थे। गहरा पानी आते ही नाव अचानक पलट गई और सवार डूबने लगे। नाविकों के साथ छह लोग किसी तरह तैरकर नदी से बाहर निकले। जबकि हमीरपुर जिले के भरुआ सुमेरपुर की निवासी 28 वर्षीय निशा देवी पत्नी धरमू निषाद व चांदपुर थाने के धाना गांव निवासी 53 वर्षीय राजगीर जगन्नाथ का पता नहीं चला। घटना के बाद गोताखोरों की मदद से पुलिस ने दोनों की तलाश कराई, लेकिन उनका पता नहीं लगा। शुक्रवार की सुबह कानपुर से एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची। दिन भर खोजबीन के बाद देर शाम वह भी खाली हाथ लौट गई।
थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि दूसरे दिन भी दोनों को नदी में नहीं खोजा जा सका है। घटना हमीरपुर जिले में हुई है। तलाशी में दोनों थानों की पुलिस रही। इनसेट गम में बदल गया त्योहार भाई संदीप को राखी बांधने हमीरपुर से अपने मायके चांदपुर आ रही निशा के डूबने की खबर सुनकर पूरा परिवार सदमें आ गया। परिजन यमुना घाट पहुंचे। बहन के नदी में डूबने के बाद भाई की कलाई सूनी रह गई। विवाहिता के दो पुत्र आठ वर्षीय अंगद व छह वर्षीय भीम है। उधर चांदपुर थाने के धाना गांव निवासी राजगीर जगन्नाथ के घर भी त्योहार की खुशियां गम में बदल गई। पत्नी कमला देवी, पुत्री मैना पुत्र प्रांशु व दो विवाहिता पुत्रियों सोनू व सुनैना परेशान रहीं।
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