बाइस घंटे ठप रहा अप ट्रैक, अफरा-तफरी
जागरण संवाददाता फतेहपुर कानपुर के रूमा व चकेरी के मध्य हावड़ा से नई दिल्ली जा रही प
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कानपुर के रूमा व चकेरी के मध्य हावड़ा से नई दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस बीती रात 12.52 मिनट पर पटरी से उतर जाने का असर स्थानीय रेलवे स्टेशन पर रहा। शनिवार को देर रात तक हावड़ा-दिल्ली रेलवे ट्रैक ठप रहा। जिससे यात्री हलकान रहें। डाउन लाइन प्रात: 8:45 बजे चालू हो जाने से कुछ राहत मिली। गाड़ियों के रूट डायवर्जन होने व कुछ गाड़ियों के निरस्त होने से रिजर्वेशन व जनरल टिकट लेने वाले यात्रियों में अफरा-तफरी रही। टिकट खिड़की में वापसी वालों की भीड़ लगी रही।
दिल्ली-हावड़ा रूट के मुख्यालय के स्टेशन में दिनभर मारामारी चलती रही। रूट ठप होने की जानकारी न होने के कारण यात्री ट्रेन के सफर करने के लिए स्टेशन आए, लेकिन पता चला कि गाड़ी ही रद कर दी गई या ट्रेन इस रूट से आ ही नहीं रही। पूछताछ केंद्र व रिजर्वेशन खिड़की में जानकारी लेने व रिजर्वेशन निरस्त कराने वालों की भीड़ लगी रही। यात्री रेशमा परवीन, मुजीब खान, देवेंद्र वर्मा, रामनाथ वर्मा, प्रीती देवी आदि का कहना था कि वह पूछताछ केंद्र में जब आए तो पता चला कि रूमा में पूर्वा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से अप व डाउन लाइन में ट्रैक ठप है कोई गाड़ियां ही नहीं आ रही हैं जिस पर वह टिकट ही नहीं लिए क्योंकि गाड़ियों के न आने से बुकिग बाबू ने टिकट ही नहीं दिया। जिससे यात्री वापस लौट गए। बीती रात एक बजे से शनिवार देर रात तक अप लाइन ठप रहने से यात्रियों का कहना था कि दिन भर हावड़ा दिल्ली ट्रैक ठप रहा। हालांकि डाउन ट्रैक सुबह पौने 9 बजे से चालू हो जाने से कुछ राहत रही। आरपीएफ उपनिरीक्षक संजय तिवारी का कहना था कि अधिकतर गाड़ियों का रूट डायवर्जन कर दिया गया है जबकि कुछ गाड़ियां रेलवे बोर्ड ने रद कर दी है।
करीब पौने 4 लाख के राजस्व पर असर
स्थानीय रेलवे स्टेशन में प्रतिमाह आरक्षण केंद्र से 50 लाख रुपये की आमदनी होती है और जनरल टिकट से 70 लाख रुपये की आमदनी है। जिसमें जनरल रेल टिकट में अप लाइन से दिन भर कोई टिकट बिक्री नहीं हुई जिससे 2 लाख 50 हजार रुपये के राजस्व पर असर पड़ा है जबकि आरक्षण केंद्र में 1 से डेढ़ लाख रुपये का असर पड़ा है। स्टेशन अधीक्षक राजीव लोचन शुक्ला का कहना था कि रात को आरक्षण केंद्र व जनरल बुकिग में सिर्फ जयपुर-इलाहाबाद एक्सप्रेस का ही वापस किया गया है हादसा होने के बाद अन्य गाड़ियों की टिकट बिक्री नहीं हो सकी थी। कहा कि डाउन लाइन में दिन पर ट्रैक ठप होने से पौने चार लाख रुपये के राजस्व पर असर पड़ा है।
रोडवेज बसों से मुसाफिर रवाना
रेलवे स्टेशन में ट्रैक ठप होने से मुसाफिर रोडवेज बस स्टाप गए। बस स्टाप से कानपुर, इलाहाबाद, इटावा, बनारस, लखनऊ आदि जिलों की बसों में सवार होकर यात्रा रवाना हुए। उस बीच बस स्टाफ में अफरा तफरी का माहौल रहा। वर्कशाप के बस के निकलते ही बस की सीटें फुल रहीं। जिससे रोडवेज विभाग के राजस्व पर काफी बढ़ोत्तरी हुई।
डिब्बी -
अपलाइन में ट्रेनें रद, कुछ रूट डायवर्जन
. फतेहपुर से कानपुर की शटल रद कर दी गई
. आभा तूफान का डायवर्जन पं. दीनदयाल उपाध्याय (मुगलसरांय) से कानपुर
. सूबेदारगंज-कानपुर मेमो निरस्त
. चौरीचौरा एक्सप्रेस निरस्त
. महानंदा का डायवर्जन पं. दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से कानपुर
. हावड़ा कालका एक्सप्रेस का डायवर्जन रूट -उपरोक्त
. मूरी जम्मूतवी का डायवर्जन चुनार से कानपुर
. नार्थईस्ट का डायवर्जन पं. दीनदयाल उपाध्याय से कानपुर
. हावड़ा जोधपुर का डायवर्जन रूट पं. दीनदयाल उपाध्याय से आगरा फोर्ट
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डाउन लाइन में रही लेटलतीफी
. इंटरसिटी रद कर दी गई
. जयपुर-प्रयागराज का डायवर्जन टूंडला से प्रयागराज
. प्रयागराज एक्सप्रेस छह घंटे विलंब रही
. रीवां एक्सप्रेस छह घंटे विलंब रही
. पुरुषोत्तम एक्सप्रेस 7 घंटे विलंब रही
. संगम एक्सप्रेस 8 घंटे विलंब रही