तीन बर्खास्त, 83 लेखपाल काम पर लौटे
सरकार के खिलाफ चल रही प्रदेश व्यापी हड़ताल में लेखपाल झुकनें का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को भी हड़ताल लगातार जारी रही। उधर प्रशासन ने खागा इकाई के अध्यक्ष आदित्य कुमार व मंत्री रावेंद्र कुमार तथा उपाध्यक्ष श्रीकांत बाजपेयी को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इससे पूर्व प्रशासन 27 पदाधिकारियों को निलंबित एवं 317 लेखपालों पर सर्विस ब्रेक की कार्रवाई कर चुका है। एडीएम पप्पू गुप्ता के अनुसार कार्रवाई के बाद
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सरकार के खिलाफ चल रही प्रदेश व्यापी हड़ताल में लेखपाल झुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को भी हड़ताल जारी रही। उधर प्रशासन ने खागा इकाई के अध्यक्ष आदित्य कुमार व मंत्री रावेंद्र कुमार तथा उपाध्यक्ष श्रीकांत बाजपेयी को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इससे पूर्व प्रशासन 27 पदाधिकारियों को निलंबित एवं 317 लेखपालों पर सर्विस ब्रेक की कार्रवाई कर चुका है। 83 लेखपाल काम पर लौट आए हैं।
अपनी मांगों को पूरी करने की मांग को लेकर लेखपाल संगठन 10 दिसंबर से हड़ताल पर है। पहले तीन दिन तहसील स्तर और इसके बाद मुख्यालय स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। शनिवार को धरना व हड़ताल का नेतृत्व जिला अध्यक्ष कंधईलाल पाल ने किया। उन्होंने कहा कि जब तक प्रदेश संगठन हड़ताल पर निर्णय नहीं लिया जाएगा तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उधर एडीएम पप्पू गुप्ता और सभी एसडीएम ने लेखपालों के साथ बैठक करके जिले में 144 प्रभावी होने की बात कहते हुए मुकदमा दर्ज करने की बात कही। प्रशासन ने काम पर लौटे लेखपालों का स्वागत किया। कहा कि लेखपालों के काम पर आने से अनेक लंबित कार्य पूर्ण हो जाएंगे। बिना शर्त वापसी पर सहानुभूति पूर्वक विचार
प्रदेश शासन के विशेष सचिव महेंद्र सिंह ने एक पत्र 28 दिसंबर को जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि बिना शर्त हड़ताल से वापस आने वाले लेखपालों पर दौरान हड़ताल की गयी कार्रवाई पर शासन सहानुभूति पूर्वक विचार करेगा। जिला प्रशासन या शासन स्तर से जो भी कार्रवाई हड़ताल दौरान की गयी है। उसमें दंडात्मक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। यह जानकारी एडीएम पप्पू गुप्ता ने दिया। अब तक लेखपाल कार्रवाई
कुल लेखपाल- 384
सर्विस ब्रेक हुई- 317
निलंबित हुए - 27
बर्खास्त किए गए- 03
मेडिकल पर गए- 10
मातृत्व अवकाश पर-एक
हड़ताल के पहले से निलंबित- 07
काम पर लौटे लेखपाल- 83