..तो 70 माइनरें रह जाएंगी सूखी, नहीं पहुंचेगा पानी
- आसान किश्तों में 65 हजार पंजीयन का मिला लक्ष्य 3- सड़क सुरक्षा की प्रतियोगिता में छात्राओं ने बाजीमारी 4- दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना के आदेश 5- सिचाई संघ के अध्यक्ष व सचिव घोषित 6- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कल आएंगे
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सिचाई विभाग ने रजबहा व माइनरों की सिल्ट सफाई के लिए चार करोड़ का बजट मांगा था, जिसमें शासन ने डेढ़ करोड़ की कटौती कर दी है। इससे 70 माइनरों की सिल्ट-सफाई नहीं हो पाएगी। इससे रबी की 15 हजार हेक्टेअर उपजाऊ भूमि सिचाई से वंचित रह जाएंगी। इससे इलाके के किसानों में मायूसी और विभागीय अधिकारियों से क्षेत्र के माइनरों की सिल्ट-सफाई की आवाज उठा रहे हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि माइनरों की सिल्ट सफाई नहीं कराई गई तो आंदोलन किया जाएगा।
जिले में रामगंगा केनाल की 32 रजबहा व 51 माइनर और निचली गंगा कैनाल में 48 रजबहा व 75 माइनर हैं। इनमें सिल्ट-सफाई के बजट में कटौती कर दी गई है। इससे रामगंगा की 40 व निचली की 30 माइनरों की सिल्ट-सफाई नहीं हो पाएगी। रबी फसलों की पैदावार में प्रभाव तो पड़ेगा, साथ ही पैदावार भी घटेगी। वैसे यहां की नहरों से नरौरा बांध 500 किमी दूरी पर है। इससे आवंटित पूरा पानी नहरों में नहीं आ पाता है। इसको लेकर किसान वर्ष भर आंदोलित रहते हैं। मामले पर सिचाई विभाग के नोडल अधिकारी महेंद्र सिंह पटेल का कहना था कि विभागीय उच्चाधिकारियों के माध्यम से शासन को पत्र भेजा गया है। इसमें काटे गए बजट को अवमुक्त किए जाने की मांग की गई है। कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही सिल्ट सफाई से वंचित रह जा रही माइनरों के लिए भी बजट मिलेगा।
दिसंबर तक होनी है सिल्ट सफाई
शासन ने नहरों की सिल्ट सफाई के लिए जो बजट अवमुक्त किया है। उससे प्रस्तावित रजबहा व माइनरों में सिल्ट सफाई अगले माह दिसंबर के अंत तक पूरा कर देना है, लेकिन मौजूदा समय में मंद गति से काम हो रहा है। इससे नहीं लगता है कि समय सीमा के अंदर सिल्ट सभी नहरों की नहीं हट पाएगी। वैसे डीएम संजीव सिंह की नजरें नहरों की सिल्ट-सफाई में टिकी हैं और प्रस्तावित रजबहा व माइनरों की हकीकत ड्रोन कैमरे से की जा रही है। निचली गंगा केनाल के एक्सईएन जेपी वर्मा का कहना था कि जिस ठेकेदार का काम मानक पर नहीं होगा, उसके बिलों का भुगतान रोक दिया जाएगा।
------------------
किसानों में रोष
भाकियू के जिलाध्यक्ष राजकुमार गौतम, उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह समेत असोथर के किसान राजेश सिंह, जखनी के मोहनलाल पाल, बिलंदा महबूद अली, धाता के सतेंद्र सिंह का कहना था कि रजबहा व माइनरों की सिल्ट सफाई मानक पर नहीं हुई तो विरोध किया जाएगा। किसानों ने सिचाई विभाग के अधिकारियों से नहरों की सिल्ट-सफाई मानक पर ही कराए जाने की मांग की है।