डरा रहा मौसम, पिछड़ रही आलू की बुआई
दिनांक - 20 अक्टूबर - रविवार वर्षा संभावित - 00 एमएम अधिकतम तापमान - 31 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान - 23 डिग्री सेल्सियस आद्रता - 6
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : तीन दिन से छाए बादल किसानों को डरा रहे है। बारिश की संभावना को लेकर किसान न तो तैयार खेत में आलू की बुआई कर पा रहा है और न ही धान की कुटाई। मशीनों से धान की कटाई कराने के बाद सूखाने के लिए खिली धूप की जरूरत होती है। तीन दिन से बादल छाए रहने से धूप नहीं मिल रही है। किसानों का मानना है कि यदि बारिश हो गई तो आलू का आच्छादन पिछड़ जाएगा और अगेती आलू का भाव नहीं मिल पाएगा। हाल में बोई गई आलू की फसल को बारिश से भारी नुकसान होगा।
अक्टूबर महीने में मौसम का यह रूख किसानों को अखर रहा है। इस समय धान की फसल की कटाई का कार्य तेजी से चल रहा है। नवरात्र में हुई बारिश से धान की फसल हवा में खेतों में गिर गई थी जिससे किसानों को भारी नुकसान पहुंचा। गिरी फसल को मशीन से भी कटाने में दिक्कत आ रही है। हाथ में फसल काटकर किसानों ने खेत में ही सुखाने के लिए डाल दिया है। बादल छाए रहने से फसल तो सूख ही नहीं रही, किसान इस बात को लेकर परेशान है कि यदि बारिश हो गई तो खेत में धान सड़ कर बर्बाद हो जाएगा। किसान रामसुमेर, शिवपूजन, दिवाकर पाल, सुखवीर सिंह ने बेमौसम बारिश का डर सता रहा है। मौसम ने आलू के किसानों की पूरी योजना पर ही ब्रेक लगा दिया है। किसानों का कहना है कि खेत तैयार कर आलू बुआई की तैयारी में बादल के आने से आलू की बुआई प्रभावित हो गई है। बुआई के बाद यदि बारिश हो जाएगी तो पूरा बीज की खराब हो जाएगा।
23 तक छाए रहेंगे बादल
कृषि विज्ञान केंद्र थरियांव के मौसम वैज्ञानिक सचिन शुक्ला ने किसानों को सलाह दिया कि आलू की बुआई करने वाले किसान जोखिम से बचने के लिए 23 तक बुआई का कार्य रोके रहे। हलांकि इस दौरान बारिश की संभावना नहीं है, केवल बादल ही छाए रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिले के किसी भी क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना नहीं है। सोमवार को फुहारी बारिश किसी भी हिस्से में हो सकती है, लेकिन उससे फसलों को कोई नुकसान नहीं होगा।