मूलभूत सुविधाओं के साथ जनता मांग रही बड़ा अस्पताल
शैलेंद्र विश्वकर्मा बकेवर (फतेहपुर) पंचायत चुनाव में हर तरफ विकास की चर्चा है।
शैलेंद्र विश्वकर्मा, बकेवर (फतेहपुर)
पंचायत चुनाव में हर तरफ विकास की चर्चा है। कोई क्षेत्र में बड़े अस्पताल की मांग कर रहा है तो कोई बेसहारा मवेशियों से छुटकारा मांग रहा है। पानी, बिजली, सिचाई, सड़क के अलावा बेहतर शैक्षणिक संस्थानों की भी मांग उठ रही है। अब तो मतदाता अपने मन की बात खुलकर रखने लगा है। वह ऐसे प्रतिनिधि को चुनने की बात कह रहा है जो सर्वसुलभ हो और विकास की सोच रखता हो। इसके अलावा लोक लुभावने वादे-इरादे झलकाने वालों को वह कतई नहीं स्वीकार करेगा। गांव में चल रही चौपालों में जबमतदाताओं की नब्ज टटोली की गई तो उनके मन की बात इस तरह बाहर आई।
सुजावलपुर सीट अनारक्षित होने से राजनीतिक दलों के अलावा अन्य दिग्गज भी किस्मत आजमा रहे हैं। गांवों में जाकर मतदाताओं से मिलकर वोट लेने के लिए बड़े बड़े वादे भी कर रहे हैं। बुधवार को सुबह 10 बजे जब बकेवर सराय गांव पहुंचे तो विकास कुमार के दरवाजे लोग चुनावी गुफ्तगू में मशगूल दिखाई पड़े तभी चौपाल में बैठे नागेंद्र व राजेश बोले कि बकेवर मां एक अस्पताल की बहुतै जरूरत है। या क्षेत्र में एक्सीडेंट बहुतै होत हैं। घायलन का 13 किमी दूर इलाज के लानै बिदकी जाएं का परत है। यह बात सुनकर पास में बैठे सूरज व कृष्णबली मिश्रा भी समर्थन में कहने लगे कि या काम तो बहुतै जरूरी है। या बात का प्रत्याशी के सामने रखिबे। सुबह 10:30 बजे जब पधारा गांव पहुंचे तो संगम सिंह के दरवाजे रामकिशोर शर्मा व योगेंद्र आपस में चर्चा कर रहे थे कि हमरे गांव मां पानी टंकी न होय से बहुतै बड़ी समस्या बनी हुई है। या समस्या का हम वोट मांगन आए प्रत्याशी से कहिबे कि हमारे गांव की यह समस्या का तुम समाधान कराए दियो तो वोट हम तुमही का देब। पास में बैठे पंकज, दयाशंकर सविता कहन लगे कि या समस्या पूरी ग्राम सभा की है हम सबही का या बात प्रत्याशी से करन का परी। उसके बाद 11:00 बजे बरिगवां गांव पहुंचे तो कामतानाथ मंदिर में लोग चुनावी चर्चा कर रहे थे। जहां दिनेश दीक्षित व सुशील कुमार आपस मां कहि रहे रहै। गांव मां सड़क के किनारे नाली निर्माण ना होए से गलियन मां कीचड़ भरा रहत है। लोगन के लिए गांव मां जलभराव की बड़ी समस्या बनी रहत है। चर्चा के दौरान बलराम सोनी, रमेश दिवाकर व राजेंद्र ने भी इस बात पर चिता जताई है। सुबह साढ़े 11 बजे जब करनपुर पहुंचे तो अरविद के दरवाजे राजेश विश्वकर्मा व गौरव पाल चुनावै की बात कर रहे थे। पूछने पर बतावन लागे की गांव मां रिद नदी पर कृपालपुर जाने के लिए पुल की बहुतै बड़ी आवश्यकता है। या पुल बन जाए से घूम के ना जाएं का पड़ी। यह बात का पास मां बैठे लक्ष्मी निषाद, गोरे, गोविद सविता ने भी कहन लगे कि गांव के लोगन के लाने रिद नदी मां पुल बन जाए से बड़ी समस्या हल हुई जाई। तो गांव की बड़ी समस्या हल हुई। मध्यान्ह 12 बजे जब दिलावलपुर गांव पहुंचे तो विजय वर्मा की दुकान मां चंद्रपाल वर्मा व रज्जाक पंचायत चुनाव की चर्चा करति रहै कि गांव मां नाला ना होए से ऐसे गांव की गलियन मां जलभराव बना रहता है। पास में बैठे गोला सोनकर दीप नारायण भी कहां लगेगी यह समस्या का निपटारा कराओ बहुतै जरूरी है।