मार्केट में उमड़े रोजेदार, खूब बिकी सूतफेनी और फर्ज खजूर
जागरण संवाददाता फतेहपुर रमजान-उल-मुबारक माह के 17वां रोजे और तीसरे जुमा के दिन
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : रमजान-उल-मुबारक माह के 17वां रोजे और तीसरे जुमा के दिन शुक्रवार को मुस्लिम मार्केट में सूतफेनी, सेवईं व फर्ज खजूर की खूब खरीदारी हुई। रोजेदारों ने बेसन, घी, सरसों का तेल, मटर, चना, मैदा, मेवा, रुहआफ्जा की बोतल के साथ फल भी खरीदें। साप्ताहिक बंदी होने की वजह से सहरी व इफ्तार की सामग्री के लिए महिला रोजेदारों ने भी खरीदारी की।
माहे रमजान के तीसरे जुमा के दिन रोजेदारों ने भोर पहर फजिर, दोपहर को जोहर, शाम को असिर, शाम को मगरिब व रात सवा आठ बजे एशा की नमाज अदा की। शुक्रवार रात से मंगलवार सुबह तक साप्ताहिक बंदी होने की वजह से दिन भर शहर के लालाबाजार में खरीदारों की भीड़ रही। इसी तरह बिदकी नगर के फाटक बाजार व खागा नगर के चौक बाजार में मुस्लिम रोजेदारों ने खरीदारी की। रोजेदार मो. रेहान सदफ, शोएब खान, एहसान खान, मो. आजम खान, नदीमउद्दीन पप्पू, मो. आरिफ गुड्डा, मिस्बाहुल इस्लाम मिस्वा, अरशद अली, असलम शेर खां आदि का कहना था कि साप्ताहिक बंदी की वजह से कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन कर इफ्तार व सहरी के सामग्री की खरीदारी की गई है। दुकानदारों अब्दुल रहमान, शब्बीर व राजा का कहना था कि साप्ताहिक बंदी होने की वजह से कई क्विंटल सूतफेनी व सेवईं बिक गई है। सहरी व इफ्तार में घरों में बनेगा पकवान
महिला रोजेदारों फरहा खान उर्फ सोनी, सदफ नीलोफर, रूही, तूबा शकील, ऐमन आदि का कहना था कि सहरी के वक्त भोर पहर वह भोजन तैयार कर देती हैं और मेवा की सूतफेनी व सेवईं भी पकाती हैं। इसी के साथ पिनखजूर से इफ्तार खोलने के बाद पकौड़ी, चाट, शर्बत, चिकन का पकवान भी बनाती हैं। दिन भर भूखे प्यासे रहने के बाद रुहआब्जा के शर्बत से गला तर करते हैं।
महामारी के खात्मे की अल्लाह से दुआ करें
काजी-ए- शहर अब्दुल्लाह शहीदुल इस्लाम व शहरकाजी मौलाना कारी फरीदउद्दीन कादरी का कहना था कि इस पाक माह में पांचों वक्त की नमाज पढ़ें। तरावीह पढ़कर अल्लाह ताला से विश्व में फैली कोरोना महामारी को जड़ से खात्मा करने की दुआएं करें। इसी के साथ नेक काम कर गरीब, मजलूम व जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करें। किसी के साथ गलत बर्ताव न करें। महामारी के दौर बड़े ही ऐहतियात बरतने की आवश्यकता है।
सामग्री खरीदारी पर एक नजर
सामग्री प्रतिकिलो
लाल सूतफेनी 140
सफेद सूतफेनी 120
फर्ज खजूर 300
कीनिया खजूर 250
खुला खजूर 100
सेवईं 60
सेब 200