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जांच टीम ने विकास कार्यो की देखी हकीकत

दो दिवसीय उद्यम समागम का शुभारंभ करेंगे मंत्री जागरण संवाददाता फतेहपुर शहर के ओम गार्डेन में आयोजित होने जा रहे उद्यम समागम का शुभारंभ बुधवार को जिले के प्रभारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री करेंगे। उपायुक्त उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन विकास सिघल ने बताया कि जनपद के उद्यमियों/भावी उद्यमियों/हस्तशिल्पियों/ओडीओपी उद्यमियों को इसकी सूचना पूर्व में ही दी जा चुकी है। ओम गार्डेन में शुरू होने जा रहे दो दिवसीय उद्यम समागम एवं ओडीओपी प्रदर्शनी का उद्घघाटन सुबह 11 बजे मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री द्वारा किया जाएगा। इस उद्यम समागम में उद्यमियों द्वारा अगल-अलग स्टाल भी लगाए गए है। ताकि यहां आने वाले लोग अनेक उत्पादों की खरीद भी एक ही स्थान पर कर सकें। कार्यक्रम में जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा जनपद के जन प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। दो दिवसीय उद्यम समागम का शुभारंभ करेंगे मंत्री

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 11:12 PM (IST)Updated: Wed, 23 Oct 2019 06:19 AM (IST)
जांच टीम ने विकास कार्यो की देखी हकीकत
जांच टीम ने विकास कार्यो की देखी हकीकत

संवाद सहयोगी, खागा : हथगाम ब्लाक के संवत ग्राम सभा में वर्ष 2011 से अब तक हुए विकास कार्यो की जिला प्रशासन द्वारा भेजी गई त्रिस्तरीय जांच टीम ने हकीकत देखी। स्थलीय सत्यापन में कई कार्यो में घपलेबाजी उजागर हुई। टीम अधिकारियों ने डीएम को रिपोर्ट प्रेषित की है।

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ग्राम सभा के रहने वाले दशरथ, रामसजीवन, मोतीलाल, शैलेंद्र कुमार आदि ग्रामीणों ने डीएम को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि उनकी ग्राम सभा में वर्ष 2011 से लेकर अब तक विकास कार्यो के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट हुआ है। सोलर स्ट्रीट लाइट, नाली-खड़ंजा, हैंडपंप मरम्मत, आवास तथा शौचालय आवंटन आदि कार्यो में तत्कालीन ग्राम प्रधान व मौजूदा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि प्रदीप कुमार लोधी व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों के ऊपर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए थे। जिलाधिकारी के निर्देश पर त्रिस्तरीय टीम में सम्मिलित जिला विकास अधिकारी रमेश चंद्रा, डीसी एनआरएलएम लालजी यादव, अधिशाषी अभियंता आरईएस, खंड विकास अधिकारी हथगाम ऐश्वर्य यादव तथा तकनीकी सहायकों ने ग्राम सभा जाकर विभिन्न बिदुओं पर जांच की। टीम अधिकारियों को भौतिक सत्यापन में सोलर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना में खामियां मिली।

जांच के दौरान मिली खामियां

वर्ष 2011 से लेकर अब तक बने शौचालयों में कई लाभार्थियों ने नाम, पता व वर्ष का विवरण नहीं लिखवाया था। हैंडपंप मरम्मत के नाम पर खर्च किए गए धनराशि का ब्यौरा ग्राम सभा द्वारा नहीं दिया जा सका। शिकायतकर्ताओं को मौके पर बुलाकर पूर्व प्रधान द्वारा लगवाए गए खड़ंजा व नाली की नापजोख कराई गई। टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार करके जिला प्रशासन को दी जाएगी।


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