आठ घंटे जाम रहा चौराहा, एसडीएम ने खुद संभाला मोर्चा
सर्दियां शुरू होते ही स्वाइन फ्लू का खतरा मंडाराने लगा है। स्वास्थ्य विभाग ने अगले 120 दिन के लिए अलर्ट जारी करते हुए जिला अस्पताल में विशेष वार्ड बनाया है। यूं तो अभी तक जिले में कोई भी प्रभावित नहीं हैं बावजूद इसके रोकथाम व प्रभावितों के उपचार के लिए विशेष सतर्कता शुरू हो गयी है। क्योंकि इस बीमारी का प्रभाव दिसंबर से अप्रैल तक ज्यादा होता है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के निर्देश के बाद जिले में स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए इंतजाम शुरू हो गए है।
संवाद सहयोगी, बिदकी : अब आम बन चुकी नगर की जाम सड़क जाम की समस्या से बेखबर पुलिस व नगर पालिका को तब सुधि आई जब एसडीएम जाम में फंस गए। इसके बाद उन्होंने खुद फुटपाथ से ठेले व बाइक हटवाए और जिम्मेदारों लोगों को आड़े हाथ लिया। हालांकि यह कोई नई बात नहीं है, आम लोग तो लगभग रोह ही सुबह 9 से शाम 5 बजे तक जाम से दो-चार होते हैं। एंबुलेंस व स्कूल वाहन भी इससे अछूते नहीं है।
नगर के सबसे प्रमुख आंबेडकर चौराहे पर जाम की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। चौराहे पर पुलिस की 24 घंटे पिकेट होने के बाद भी सबसे अधिक जाम लगता है। मंगलवार सुबह एक ट्रक चौराहे पर खराब हो गया। बाजार के कारण पूरे फुटपाथ पर ठेला व फट्ठा लगाकर दुकानदारों ने दुकानें सजा लीं। पैदल व बाइक सवार राहगीरों को निकलने के लिए भी जगह ही नहीं बची। कुछ ही देर में चौराहा जाम होने से कुंवरपुर रोड, खजुहा रोड, ललौली रोड व तहसील रोड में एक-एक किमी तक जाम फैल गया। इसके बाद भी पुलिस व नगर पालिका पूरी तरह से बेखबर रही। मध्याह्न करीब एसडीएम प्रह्लाद सिंह पूर्ति विभाग व मंडी समिति के अधिकरियों के साथ निकले। तहसील से अस्पताल से पहुंचने में आधे घंटे से अधिक का समय लग गया। चौराहे पर पहुंचे एसडीएम ने जाम देखा तो उनका पारा चढ़ गया। इस पर गाड़ी से उतरे और फुटपाथ खाली कराना शुरू कर दिया। आधे घंटे में फुटपाथ से दुकानें हटने पर पैदल व बाइक सवार मुसाफिर आने-जाने लगे। भारी वाहन तब भी फंसे रहे। एसडीएम के जाम हटवाने की खबर मिलते ही पुलिस व नगर पालिका की टीम भी पहुंची। एसडीएम ने फुटपाथ पर खड़ी बाइक, कार, बसों, टेंपो पर कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस कुछ देर चौराहे पर रही, इसके बाद जैसे ही एसडीएम वहां से निकले पुलिस ने फिर पुराने अंदाज में आ गई, जिससे फिर जाम लग गया। पिकेट के दो सिपाही ही जाम से सायं 6 बजे तक जूझते रहे। कोतवाली से जाम खोलवाने के लिए भेजे गए अतिरिक्त सिपाही भी कुछ ही देर बाद मौके से खिसक गए। दयानंद इंटर कालेज, नेहरू इंटर कालेज व राजकीय बालिका इंटर कालेज के अलावा महिला महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी जाम में फंसे रहे और मरीजों की एंबुलेंस भी फंस गईं।
सख्ती से हटेगा फुटपाथ से कब्जा
एसडीएम प्रह्लाद सिंह ने कहा जाम का मुख्य कारण फुटपाथ तक अतिक्रमण है। नगर पालिका को फुटपाथ पर कब्जा हटावाने के लिए कई बार कहा जा चुका है। अब फुटपाथ पर कब्जा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। नगर पालिका ने इसमें हीलाहवाली की तो पालिका के अधिकारियों की रिपोर्ट डीएम को भेजेंगे। फुटपाथ पर कब्जा करने वाले को दो बार से अधिक जुर्माना नहीं होगा। तीसरी बार नगर पालिका रिपोर्ट देगी तो फुटपाथ कब्जा करने वाले को जेल भेजा जाएगा।
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नपा कार्रवाई करे पुलिस मौजूद रहेगी
सीओ अभिषेक तिवारी ने कहा नगर पालिका फुटपाथ घेरने वालों पर कार्रवाई करे। कोई ठोस योजना बनाए। ठेले वालों को एक स्थान पर शिफ्ट करे। पुलिस पूरा सहयोग करेगी। तभी जाम की समस्या खत्म हो पाएगी।
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जाम की समस्या नासूर बन चुकी है। एंबुलेंस फंस रही हैं। पुलिस व प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। दिन-दिन भर चौराहे पर जाम लगा रहता है। राकेश द्विवेदी
-जाम की समस्या का स्थाई समाधान खोजा जाना चाहिए। स्कूली छात्र-छात्राएं जाम में घंटों फंसे रहते हैं। अब जाम रोज रोज की समस्या बन चुकी है। रजोली स्वामी
-कई बार जाम की समस्या को लेकर आवाज उठाई गई। पर कोई सुनता कहां है। आंबेडकर चौराहे पर जाम लगना आम बात हो गई है। अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। राजेश सिंह
-अब तो बिदकी के आंबेडकर चौराहे की पहचान ही जाम से होती है। बिदकी में जहां पर जाम मिले समझो आंबेडकर चौराहे पर आ गए। जाम की समस्या पर प्रशासन को गौर करना चाहिए। सौरभ गुप्ता