छोटी बहन से दूल्हे ने रचाई शादी, दुल्हन हुई विदा
संवाद सूत्र, हुसेनगंज (फतेहपुर) : बरात के दिन ही बड़ी बेटी के खुदकशी करने पर उसका अं
संवाद सूत्र, हुसेनगंज (फतेहपुर) : बरात के दिन ही बड़ी बेटी के खुदकशी करने पर उसका अंतिम संस्कार करने के बाद परिजनों ने छोटी बेटी की शादी मध्यप्रदेश के छतरपुर से आए दूल्हे से करा दी। उसके पहले स्वजातीय के खेत में जनातियों ने जनवासा ठहराया था जहां पर रायबरेली से आई नौटंकी ने शमां बांध रखी थी लेकिन गमगीन माहौल में बैंडबाजा नहीं बुलवाए गए थे। खास बात यह रही कि गम के परिवार में गांव के पुरोहितों ने शादी कराने से इंकार कर दिया जिस पर परिजन शहर के रामगंज पक्का तालाब से एक पुरोहित ढूंढकर लाए जिसने शादी की रस्म अदा कराई। उसके बाद रविवार को सुबह ससुरालीजन दुल्हन को विदा करा ले गए।
बताते चलें कि हुसेनगंज थाने के एक गांव में स्वजातीय प्रेमी युगल शुक्रवार को देर रात घर से निकल गए थे। जंगल पहुंचकर प्रेमी ने स्वजतीय प्रेमिका की मांग में ¨सदूर भरकर नीम के पेड़ में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली थी जबकि शनिवार को प्रेमिका की बरात आनी थी। बताते हैं कि जिस वक्त शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन बेटी के शव का अंतिम संस्कार करने असनी गए थे, उस वक्त मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले से चार बोलेरो बराती घर आ गए थे जिससे परिजनों ने उन्हें एक खेत में ठहराकर नाश्ता पानी की व्यवस्था करा दी थी। बड़ी बेटी के शव का अंतिम संस्कार कराने के बाद जब वधू पक्ष आया तो गम के घर में शादी को अशुभ मानते हुए पुरोहितों ने आने से इंकार कर दिया जिस पर वधू पक्ष शहर से एक पुरोहित लाए। पकवान में पूड़ी सब्जी, मिठाई आदि बनवाई गई थी लेकिन स्वजातीय बड़े बुजुर्ग भोजन में शामिल नहीं हुए, पर बच्चे अवश्य शामिल थे।
अर्द्धरात्रि बाद एक बजे के करीब वधू पक्ष ने छोटी बेटी के साथ दूल्हे की वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शादी कराई। वधू व दूल्हे ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। रविवार को सुबह दस बजे दुल्हन गमगीन माहौल में ससुराल विदा हो गई। एसओ विपिन कुमार ¨सह का कहना था कि सूचना मिली है कि मृतका की छोटी बहन की शादी दूल्हे से करा दी गई है लेकिन परिजनों ने कोई सूचना नहीं है।