ठंड हुई जानलेवा, किसान की मौत
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जागरण टीम, फतेहपुर: चांदपुर थाने के परसेढ़ा गांव में खेत में पानी लगाकर घर लौटे किसान की ठंड लगने से मौत हो गई। 44 वर्षीय किसान शिवप्रसाद निषाद बीती रात खेतों में नलकूप से पानी लगाने गया। इसके बाद रात करीब एक बजे वापस लौटा। घर आने के बाद चारपाई में सो गया। सुबह जब देर तक नहीं जगा तो पत्नी सरोज देवी ने जगाने का प्रयास किया। पति को मृत अवस्था देख पत्नी चीख पड़ी अन्य परिजन एकत्र हो गए। किसान के पुत्र अनिल कुमार ने बताया खेत में पानी लगाने के दौरान ठंड लग लगी। ठंड से ही मौत हुई है। प्रधान प्रतिनिधि सतेंद्र कुमार ने कहा किसान की ठंड से मौत हुई है। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। दिसंबर माह के पहले पखवारे में ही ठंड का असर दिखाई देने लगा है। दो दिन तक हुई बारिश के बाद मौसम का मिजाज एकाएक बदल गया।
शनिवार को दिन भर भगवान भास्कर बादलों की ओट में छिपे रहे। ऐसे में बूढ़े-बुजुर्ग व छोटे बच्चे घरों में ही दुबकने के लिए मजबूर हो गए। हालांकि कक्षा आठ तक के स्कूलों में अवकाश के चलते स्कूली बच्चों ने राहत की सांस ली। ठंड बढ़ने से गर्म कपड़ों की खरीदारी में खासा इजाफा देखने को मिला। शहर की प्रमुख चौक बाजार के अलावा अन्य बाजारों में खासी भीड़ देखने को मिली। न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा। ठंड व बारिश की वजह से जिला प्रशासन ने कक्षा आठ तक के स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी थी, जिससे छोटे बच्चे घरों में ही दुबके रहे। हालांकि कक्षा नौ से बारह तक के बच्चों को ठिठुरते हुए स्कूल जाना पड़ा। शहरी इलाकों में तो ठंड से बचाव के लिए हीटर व ब्लोवर का प्रयोग लोग कर रहे हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में ठंड से बचाव के लिए लकड़ी का प्रबंध करना ग्रामीणों के लिए बड़ी चुनौती के रूप में आ गया है। ऐसे में पूरे कुनबे के साथ ग्रामीण सड़क किनारे के ठूंठ या फिर बिलायती बबूल व खर-पतवार को इकट्ठा करने में जुटे रहे।
राहगीर व मुसाफिर कांपे
ठंड में यात्रा की मजबूरी के चलते लोग परिवार के साथ रेलवे स्टेशन व बस स्टाप पर ठिठुरने के लिए मजबूर रहे। रेलवे स्टेशन पहुंचे यात्रियों को घंटों ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा, ऐसे में यहां पर अलाव की व्यवस्था न होने से रेलवे प्लेटफार्म पर ही ठिठुरते रहे। कुछ ऐसी ही तस्वीर रोडवेज बस स्टाप पर भी देखने को मिली।