शादी के कार्ड पर टीबी रोकथाम की अपील
जागरण संवाददाता फतेहपुर यूं तो आपने शादी के कार्ड पर शादी में आने के लिए बच्चों के आ
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : यूं तो आपने शादी के कार्ड पर शादी में आने के लिए बच्चों के आग्रह अलग-अलग तरीकों से लिखे कई बार देखे होंगे, लेकिन किसी बीमारी की रोकथाम के लिए लक्षण और बचाव की अपील करता कार्ड नहीं देखा होगा। जिला क्षय रोग केंद्र के पीपीएम (प्राइवेट पब्लिक मिक्स) के जिला समन्वयक राकेश कुमार ने 16 अप्रैल को होने वाली अपनी शादी के कार्ड में स्नेह निमंत्रण के साथ टीबी से बचाव की अपील कर जागरुकता का संदेश भी दिया है।
कल्यानपुर थाना क्षेत्र के मकसूदनखेड़ा में रहने वाले राकेश क्षय रोग केंद्र में पीपीएम जिला समन्वयक हैं। वह कहते हैं कि टीबी रोग के प्रति लोगों को जागरूक करना व उसके बचाव के उपाय बताना ही उनकी नौकरी का हिस्सा है। इसी मकसद से जब वह पूरी शिद्दत से वह अपनी नौकरी कर रहे हैं तो शादी के निमंत्रण कार्ड से अगर कुछ जानकारी उनके मिलने वालों को मिल जाएगी तो उसमें हर्ज ही क्या है। यही सोचकर उन्होंने निमंत्रण कार्ड में पिछला पन्ना आवश्यक टीबी जागरूकता के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने बताया कि शादी के लिए उन्होंने 300 कार्ड छपवाए हैं। निश्चित तौर पर कार्ड जितने लोग देखेंगे, उसे टीबी की जानकारी के साथ बचाव के उपाय भी पता चलेंगे। विभाग में ही नहीं जहां भी इनका कार्ड जा रहा है, लोग इनकी कार्य के प्रति निष्ठाभरी सोच को सलाम कर रहे हैं।
ये हैं टीबी रोग के लक्षण
- दो हफ्ते से ज्यादा समय तक खांसी आना
- खांसी के साथ बलगम का आना।
- खांसी के साथ ही रूक-रूक कर खून आना।
- भूख कम लगना और वजन लगातार कम होना।
- शाम को बुखार और सीने में दर्द होना। (नोट- एक अप्रैल 2018 से प्रत्येक रजिस्टर्ड टीबी रोगी को पांच सौ रुपये मासिक सहायता राशि दी जा रही है। कोई भी टीबी रोगी रजिस्ट्रेशन करा योजना का लाभ ले सकता है।)